Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Samaya ka Mahatva ”, “समय का महत्व” Complete Essay, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
समय का महत्व
Samaya ka Mahatva
निबंध नंबर :- 01
मानव जीवन में बीता हुआ सब कुछ लौट सकता है पर समय एक ऐसा आजाद पंछी है जो एक बार जिस राह से गुजर जाए, वहाँ दोबारा नहीं लौटता। समय अमूल्य धन है। यही जीवन है। इसका सदुपयोग जीवन का सदुपयोग माना गया है। साथ ही इसका विनाश यानी जीवन का विनाश।
समय एक ऐसा है जिसको हमें उसके ही आकार में स्वीकारना पड़ेगा, न तो हम उसको बढ़ा सकते हैं और न ही हम उसको रोक सकते हैं।
समय का जीवन में बहुत महत्व है। संसार में जितनी भी वस्तुएं हैं उन्हें प्राप्त करना कोई बड़ी बात नहीं है, अगर हमारा धन नष्ट हो जाए, तो हम दोबारा मेहनत कर उसे पा सकते हैं। यदि स्वास्थ्य बिगड़ जाए तो आराम व इलाज कर उसे देबारा स्वस्थ कर सकते हैं। पर हाँ यदी मानव का बस कहीं नहीं चल पाया है तो वह है समय।
समय के सदुपयोग से ही मूर्ख, विद्वान बन सकता है। निर्बल बलवान बन सकता है और तो और निर्धन भी धनवान बन सकता है। । समय की हानि को सबसे बड़ी हानि बतलाया गया है। समय का दुरुपयोग या बर्बादी से मानव की उन्नति में बाधा पड़ सकती है और अंत में पश्चाताप के अलावा कोई दूसरा विकल्प ही नहीं रह पाता। वे कभी अपने जीवन में सफल नहीं हो सकते हैं। जो समय का दुरुपयोग करते हैं।
समय का सदुपयोग करने से जीवन में बहुत ही लाभ हैं। इससे मानव सब कुछ प्राप्त कर लेता है। इसी के बल पर सुखी और समृद्ध जीवन जिया जा सकता है। समय का सदुपयोग करने से ही मानव स्वस्थ रह सकता है। समय का सदुपयोग करने वाले के द्वार पर उन्नति सदैव फूल लिए उसका स्वागत करने खड़ी रहती है।
विद्यार्थी जीवन में तो समय का महत्व ही कुछ और है। विद्यार्थी जीवन को तो आगे आने वाले जीवन की तैयारी का समय बताया गया है, इस समय जो विद्यार्थी समय का सदुपयोग कर लेते हैं वह तो अपना जीवन सफल कर लेते हैं और जो विद्यार्थी समय का दुरुपयोग कर लेते हैं उनका भविष्य अंधकारमय हो जाता है।
किसी महापुरुष ने तो यहां तक कहा है कि विद्यार्थियों को तो समय का एकएक पल सोच-समझकर काम में लाना चाहिए क्यों कि यहाँ समय-समय नहीं बल्कि उसका भविष्य है जिसे जैसे वह अब रखेगा, भविष्य में वह वही पाएगा।
समय के महत्व पर किसी महाकविने सच ही लिखा है- समय ईश्वर का दिया हुआ एक अनुपम धन है।
समय के लिए कहा गया है कि एक विद्यार्थी को उसका समय केवल नवीनतम जानकारीव अध्ययन में लगाना चाहिए, एक भक्त को अपना समय केवल प्रभु भक्ति में लगाना चाहिए, एक कलाकार को अपना समय अपनी कलाकृति पर ही लगाना चाहिए तभी हम कह सकते हैं कि उन्होंने अपने समय का सदुपयोग किया है।
अतः हमें समय के महत्त्व को समझना चाहिए और यह प्रयत्न करना चाहिए कि समयका एक-एक पल हम अपने जीवन को सजाने और संवारने में इस तरह लगा दें कि बाद में हमें पछताना न पड़े।
ऐसा करके ही हम अपने जीवन में सुख और आनंद को प्राप्त कर सकते हैं।
निबंध नंबर :- 02
समय का महत्त्व
Samay ka Mahatva
संसार में हमारा आना एक निश्चित समय के लिए ही होता है। क्षणों से निर्मित यह हमारा जीवन क्षण-क्षण बीतता जाता है और जीवन-लीला समाप्त हो जाती है। ईश्वर के दवारा दिए गए इस अनमोल जीवन को हम एक क्षण भी बदा नहीं सकते। अतः एक-एक पल अत्यंत महत्त्वपर्ण है। अतएव इन पलों का सदुपयोग करते हुए जीवन को हम सफल-सार्थक बना सकते हैं। जो समय का मूल्य नहीं ऑकता तथा उसे व्यर्थ नष्ट करता है, वह जीवन में कुछ नहीं बन पाता। कबीर के शब्दों में ऐसा व्यक्ति तो ‘आया अनआया भया‘-जैसा हो जाता है। नीतिकारों का कथन है ‘दीर्घसूत्री विनश्यति‘- अर्थात् समय पर काम न करने वाला स्वयं नाश को प्राप्त होता है। जो समय बीत गया सो बीत गया, वह लौटकर नहीं आता। ‘गया वक्त फिर हाथ आता नहीं।‘ खोया धन पुनः अर्जित हो सकता है, खोई प्रतिष्ठा भी पुनः मिल सकती है, बिगड़ा स्वास्थ्य उपचार से सुधर-सँवर सकता है; पर समय का रत्न हाथ से निकल जाए तो लाख ढूँढ़ने पर भी कभी नहीं मिलता। किसी प्रसिद्ध कवि ने इसी भाव को इस प्रकार व्यक्त किया है
‘अब पछताए होत क्या जब चिड़ियाँ चुग गईं खेत।‘