Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Pustkalaya” “पुस्तकालय” for Class 10, 12 Examination.
पुस्तकालय (Pustkalaya)
पुस्तकालय मौन अध्ययन का स्थान है जहाँ हम मौन होकर ज्ञानार्जन करते हैं। पुस्तकों से सर्वश्रेष्ठ ज्ञान प्राप्त होता है। कहा भी गया है “पुस्तकालय ज्ञान का आधार है, श्रेष्ठ साहित्य का विपुल भंडार है।
यह प्रमुख साधन है ज्ञान वृद्धि का, एकमात्र उपाय है ज्ञान शुद्धि का। किताबें इंसान की सबसे अच्छी दोस्त होती है। इंसान की हर मुश्किल परिस्थिति में यह सहायक होती है, उसकी सोच को विस्तृत करती है। यहाँ एक ही स्थान पर विभिन्न विषयों, भाषाओं, महापुरूषों, वैज्ञानिकों, धर्मों, आविष्कारों, किस्से, कहानियों की किताबें उपलब्ध रहती हैं। हम सारी किताबें खरीदकर नहीं पढ़ सकते तो यहाँ से अपनी रूचि के अनुसार पुस्तकें लेकर पढ़ सकते हैं। इतिहास और पुरातत्व की बुहमूल्य पुस्तकों को पढ़ने की जगह पुस्तकालय ही होती है। विद्यार्थियों और युवा प्रतिभाओं के विकास के लिए पुस्तकालय अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। सरकार और सामाजिक संस्थाओं को अच्छे-अच्छे और संपन्न पुस्तकालयों की स्थापना करनी चाहिए।






















