Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Pustake Padhne Ke Labh” “पुस्तकें पढ़ने के लाभ” for Class 10, 12 Examination.
पुस्तकें पढ़ने के लाभ (Pustake Padhne Ke Labh)
ज्ञान हमारे मस्तिष्क को नए आयाम देता है और हमारी सोच को भी विकसित करता है। हमारा ज्ञान भंडार विकसित होता है और चरित्र निर्माण भी होता है। मनुष्य जितना पढ़ेगा उसकी ज्ञान पिपासा उतनी ही बढ़ती जाएगी। किसी ने कहा भी है- “पुस्तकें जागृत देवता हैं। उनकी सेवा करके तत्काल वरदान प्राप्त किया जा सकता है।” लेकिन आजकल पुस्तकों को पढ़ने की प्रवृत्ति घटती जा रही है। आज सभी इंटरनेट पर ही सब कुछ पा लेना चाहते हैं। इंटरनेट ज्ञान की राह के साथ अश्लीलता भी मुफ़्त में परोस देता है। यही कारण है कि आज की पीढ़ी पुस्तकें पढ़ने के बजाय अपना वक़्त इंटरनेट की मायावी दुनिया में बिता देती है। वे भूल जाते हैं कि पुस्तकें ही हमारी सच्ची मित्र, मार्गदर्शक और गुरु हैं। ये हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाती हैं। पुस्तक पढ़ने वाला व्यक्ति बुद्धिमान हो जाता है और सदैव उन्नति के पथ पर चलता रहता है।