Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Pariksha se Pehle wali Raat” , ”परीक्षा से पहले वाली रात” Complete Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.
परीक्षा से पहले वाली रात
Pariksha se Pehle wali Raat
परीक्षाएं एक आपदा के समान होती हैं। सभी विद्यार्थी इससे डरते हैं तथा इसके नाम से ही कांपने लगते हैं। जैसे-जैसे ये नज़दीक आती हैं, सभी भयभीत हो जाते हैं। परीक्षा से पहले वाली रात सभी विद्यार्थी चिन्ता तथा असमंजस की स्थिति में होते हैं। उनका खाने या सोने को मन नहीं करता। वे प्रश्नों को बार-बार पढ़ने में व्यस्त रहते हैं। उनको ऐसा महसूस होता है जैसे कुछ नहीं आता। उनको डर लगता है कि शायद वे परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर नहीं दे पाएंगे। वे अपनी किताबों पर ध्यान केन्द्रित करने का प्रयास करते हैं, किन्तु कर नहीं पाते। उनका आत्मविश्वास डगमगा जाता है। वे किसी प्रकार जागते रहने का प्रयास करते हैं। जब उन्हें नींद आती है तो वे मुँह धोते हैं या तेज़ चाय बना कर पीते हैं। माता-पिता उन्हें कुछ देर सोने के लिए कहते हैं किन्तु नींद नहीं आती। वे सोना चाहते ही नहीं। वे थकावट महसूस करने लगते हैं। वे किसी से बात करना पसन्द नहीं करते। इस प्रकार परीक्षा से पहले वाली रात सभी विद्यार्थियों के लिए मेहनत तथा थका देने वाली होती है।