Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Nadia Comăneci” , ”नादिया कोमानेसी” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
नादिया कोमानेसी
Nadia Comăneci
रूमानिया : जिमनास्टिक
जन्म : 1961
ओलिंपिक में नादिया कोमानेसी पहली जिमनास्ट थीं, जिन्होंने 10-10 अंकों के सात स्कोर किए थे। यहां तक कि वह ओल्गा कोरबत तक को पराजित करने में समर्थ रही थी। सन् 1976 का मांट्रियल ओलिंपिक एलबर्टो-जुआन, लासे विरेन, इरिना और नादिया कोमानेसी जैसे खिलाडियों के कारण याद किया जाता है। इसमें नादिया को तीन व्यक्तिगत स्वर्ण पदक एक टीम रजत पदक व एक कांस्य पदक प्राप्त हुआ था। अपने लचीले शरीर से अद्भुत कलाबाजियां दिखाकर उसने दर्शकों को रोमांचित कर दिया था। सन् 1980 के मास्को ओलिंपिक में वह अपने पुरे फार्म में नहीं थी। फिर भी बीम और फ्लोर के स्वर्ण पदक उसे मिल ही गए। मिली-जुली कसरतों में उसे दो रजत पदक भी मिले। खेल प्रेमी दर्शक मांट्रियल में उसकी जादुई करतबों को अभी भी भूले नहीं हैं।
नादिया कोमानेसी का जन्म घिओर्ग (रूमानिया) में 12 नवम्बर, 1961 को हुआ था। रूमानिया में जिमनास्टिक एक बहुत ज्यादा लोकप्रिय खेल है। उसकी लोकप्रियता का प्रभाव नन्ही नादिया पर भी पड़ा और वह छोटी उम्र से ही जिमनास्टिक सीखने लगी। सन् 1976 के मांट्रियल ओलिंपिक में उसे रूमानियन टीम के साथ कनाडा भेजा गया। वहां उसने अपने लाजबाव प्रदर्शन से सारी दुनिया में धूम मचा दी। उस समय उसकी आयु मात्र 14 वर्ष थी। मास्को ओलिंपिक के बाद वह केवल 18 वर्ष की आयु में जिमनास्टिक से अलग हो गई।
सन् 1989 में नादिया के जीवन पर आधारित एक धारावाहिक भारत में दूरदर्शन द्वारा प्रसारित किया जा चुका है। सन् 1990 में नादिया तब फिर चर्चित हुई, जब वह रूमानियाई तानाशाह चाउसेस्कू के आतंक के कारण अपने मित्र के साथ अमरीका भाग गई।