Hindi Essay, Paragraph, Speech on “My Favourite Animal – Dog”, “मेरा प्रिय पशु – कुत्ता” Complete Essay for Class 9, 10, 12 Students.
मेरा प्रिय पशु – कुत्ता
My Favourite Animal – Dog
कुत्ता एक पालतू पशु है। यह मनुष्य के साथ रह सकता है। कुत्ता अपने मालिक की वफादारी के लिए पूरे संसार में प्रसिद्ध है। यह अपने मालिक के लिए अपने प्राण तक न्योछावर कर सकता है। कुत्ते सड़कों, गलियों, मुहल्लों में आसानी से देखे जा सकते हैं। बहुत से धनी घरों में कुत्ते सुरक्षा की दृष्टि से पाले जाते हैं। रात में जब घर में सब सो जाते हैं तब कुत्ता जागकर अपने मालिक तथा उसके घर की रक्षा करता है। अनेक लोग शौक के लिए भी कुत्ता पालते हैं। किसी अजनबी को देखते हैं ही कुत्ता भौंकना शुरू कर देता है।
कुत्ते की आँखों के साथ-साथ कान भी तेज होते हैं। हल्की-सी आवाज़ पर भी उसके कान खड़े हो जाते हैं। कुत्ते की एक अन्य क्षमता इसको अन्य प्राणियों से श्रेष्ठ तथा मनुष्य का प्रिय बनाती है। यह है इसकी सूंघने की क्षमता। कुत्ते की सूंघने की क्षमता भी अत्यंत तीव्र होती है। यह जमीन में छिपी किसी संदिग्ध चीज को सूंघकर इसका पता लगा सकता है। इसलिए पुलिस विभाग तथा बम निरोधक दस्तों के अधिकारी कुत्तों को अपने साथ अनिवार्य रूप में रखते हैं। कुत्ते अपनी सूंघने की तीव्र शक्ति से बहुत-सी संदिग्ध वस्तुएँ खोजकर पुलिस की सहायता करते हैं। इसलिए कुत्ते को मानव समाज का सबसे बड़ा सेवक माना जाता है।
कुत्तों की अनेक नस्लें होती हैं। इनमें से कछ मूल्यवान होते हैं। अल्सेशियन, लैब्राडोर, डॉवरमैन कुत्तों की अति उत्तम तथा श्रेष्ठ प्रजातियाँ हैं। अब अच्छी नस्ल के कुत्तों को पालना एक प्रकार का उच्च वर्ग तथा श्रेष्ठता का चिह्न माना जाने लगा है। अब तो नगरों में ‘डॉग शो’ भी आयोजित किए जाते हैं। जहाँ सबसे सुंदर और आकर्षक कुत्ते को पुरस्कार मिलता है। कुत्तों को खरीदने-बेचने का काम भी डॉग शो में होता है। कुत्तों की प्रदर्शनी में उनकी इतनी प्रजातियाँ देखने को मिलती हैं कि हैरानी होती है। अंततः इस बात को आसानी से माना जा सकता है कि वर्तमान समाज में कुत्तों का एक विशेष महत्त्व है।