Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Mitrata” “मित्रता” for Class 10, 12 Examination.
मित्रता (Mitrata)
मित्रता बड़ा अनमोल रत्न है। हम सभी मनुष्य को अपना सुख-दुख बाँटने और मन की बात करने के लिए मित्र की आवश्यकता होती है। यह एक औषधि के समान हमारे समस्त कष्टों को दूर करने का प्रयत्न करता है। सच्चा मित्र भी वही है जो सभी मुसीबतों में हमारा साथ दें। पंचतंत्र में कहा भी गया है- “जो व्यक्ति न्यायालय, श्मशान और विपत्ति के समय साथ देता है उसको सदा सच्चा मित्र समझना चाहिए। मित्रता समानता के आधार पर होनी चाहिए। दोनों के आर्थिक स्तर में ज्यादा परिवर्तन नहीं होना चाहिए। वह सच्चरित्र और विनम्र तो हो ही विश्वासपात्र भी होना आवश्यक है। सच्चे मित्र की पहचान यही है कि वो हमें सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देते हैं। निराशा में हिम्मत तथा अच्छे कार्यों में सहयोग दे, अपना स्वार्थ नहीं मित्र की भलाई पर ध्यान दे। ऐसा सच्चा मित्र जो हमारे सुख और सौभाग्य की चिंता करे सौभाग्य की बात है। सच्चा और अच्छा मित्र हमारे जीवन की सफलता की कुँजी है। कहा भी गया है कि ‘सच्चा प्रेम दुर्लभ है, सच्ची मित्रता उससे भी दुर्लभ’ ।