Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Martin Frost ” , ”मार्टिन फ्रास्ट” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
मार्टिन फ्रास्ट
Martin Frost
डेनमार्क : जो चोटी पर रहे
प्रकाश पादुकोने, लिम स्वीकिंग और धन जियान के साथ विश्व बैडमिंटन में एक नए सितारे का उदय मार्टिन फ्रास्ट के रूप में हुआ, जो सन् 1981 से आज तक इस क्षेत्र छाए हैं। ‘टिंकल टो’ यानी मार्टिन फ्रास्ट हेसन् का जन्म डेनमार्क में हुआ था। प्रारंभ में वह कोई ज्यादा अच्छे खिलाड़ी नहीं थे, परंतु जब भारत के प्रकाश डेनमार्क में जा बसे, तो फ्रास्ट वहां उनके साथ अभ्यास करने लगे। यहीं से प्रकाश का सूर्य अस्त और फ्रास्ट का सूर्य उदित होता चला गया। वर्तमान में फ्रास्ट की गणना दुनिया के शीर्षस्थ बैडमिंटन खिलाड़ी के रूप में होती है। वह पिछले पांच वर्षों से सबसे ज्यादा स्पर्धाएं जीतने वाले खिलाड़ी रहे हैं। बैडमिंटन इतिहास के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में उनका स्थान तीसरा है। उन्होंने स्वेद प्रि और फ्लेमिंग डेल्फ की शानदार परंपरा को बखूबी से आगे बढ़ाया है। उनकी प्रमुख उपलब्धियां इस प्रकार हैं- ‘डेनिस ओपन’ (6 बार), ब्रिटिश मास्टर्स’, ‘इंटरनेशनल मास्टर्स’, ‘स्केंडेनेवियाई ओपन’, ‘इंडियन मास्टर्स ओपन’, ‘ताईपह मास्टर्स’ और 3 बार ‘आल इंग्लैंड चैंपियनशिप’।
सन् 1988 फ्रास्ट के लिए शुभ नहीं रहा। उस वर्ष वह ‘आल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप’ के फाइनल में अपने ही देश के एक नए खिलाड़ी से पराजित हो गए। इसी वर्ष डेनमार्क को थॉमस कप के फाइनल तक भी न ले जा पाना उनकी दूसरी बड़ी असफलता रही। इन सबके बावजूद फ्रास्ट आज भी विश्व के एक महान बैडमिंटन खिलाड़ी हैं।