Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Kaksha ka Ek Yadgar Din”, “कक्षा का एक अविस्मरणीय दिन” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.
कक्षा का एक अविस्मरणीय दिन
Kaksha ka Ek Yadgar Din
हमारी कक्षा में कुछ न कुछ घटित होता ही रहता है। कई दिन ऐसे आते हैं जिनकी याद लंबे समय तक बनी रहती है। पिछले सप्ताह हमारी कक्षा में एक घटना घटी जिसने उस दिन को अविस्मरणीय बना दिया।
हमारे स्कूल का दौरा करने के लिए कुछ विदेशी मेहमान आए थे। उनमें शिक्षा मंत्री भी शामिल थे। प्रधानाचार्य ने उन सभी का स्वागत किया। इसके पश्चात् उन्हें हमारी कक्षा में लाया गया। हमारी कक्षा को स्कूल की सबसे अच्छी कक्षा माना जाता है। हमारी कक्षा को उस दिन यह गौरव प्राप्त हुआ कि हम अपने शिक्षामंत्री और विदेशी अतिथियों के सामने अपनी श्रेष्ठता का प्रदर्शन कर सकें।
हमारी कक्षा का अनुशासन देखकर अतिथि बहुत प्रसन्न हुए। उन अतिथियांे में एक शिक्षाशास्त्री थे। उन्होंने शिक्षा का स्तर जाँचने के लिए कई प्रश्न किए। हमारी कक्षा के विद्यार्थियों के त्वरित उत्तर सुनकर उन्हें बहुत आश्चर्य हुआ। हमारी कक्षा के विद्यार्थियों के अंग्रेजी बोलने का लहजा भी उन्हें बहुत अच्छा लगा। कक्षा के एक छात्र ने उन्हें कीट्स की तरह सुंदर कविता भावाभिनय करके सुनाई। अतिथि हमारी कक्षा में आधा घंटे तक रूके। उन्होंने हमारी कक्षा की भूरि-भूरि प्रशंसा की। कक्षा के लिए यह दिन अविस्मरणीय बनकर रह गया। उन्होंने दो छात्रों में अपने देश जापान में भ्रमणार्थ आने का प्रस्ताव भी दिया। इससे हमारे प्रधानाचार्य अत्यधिक प्रसन्न थे। हमारी कक्षा ने स्कूल की प्रतिष्ठा को चार चाँद लगा दिए।
कक्षा का यह दिन कई दृष्टियों से अविस्मरणीय रहा। हमारी कक्षा का वातावरण विदेशी अतिथियों को तो अच्छा लगा ही, साथ में शिक्षा मंत्री भी हमारे विद्यालय के स्तर एवं स्वच्छता को देखकर अत्यंत प्रभावित हुए। हमारा स्कूल उनकी कल्पना से भी बढ़कर निकला। उन्होंने हमारे स्कूल को आदर्श स्कूल घोषित किया। हमारी कक्षा को सर्वाधिक अनुशासित कक्षा का सम्मान मिला।
हमारी कक्षा ने उस दिन वृक्षारोपण का कार्यक्रम भी सम्पन्न किया। हमारी कक्षा के प्रत्येक विद्यार्थी ने एक-एक पौधा लगाया और उसकी रक्षा की जिम्मेदारी भी अपने ऊपर ली। कक्षा के इस प्रयास की सभी आगंतुकों ने भूरि-भूरि प्रशंसा की। इस अवसर पर एक घंटे का साँस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया गया। इसमें एक नाटिका का अभिनय किया गया। मैंने भी एक पात्र की भूमिका निर्वाह की। अतिथियों ने इस नाटिका का भरपूर आनंद लिया।
हमारी कक्षा के लिए यह दिन इसलिए भी अविस्मरणीय रहा क्योंकि हमारी कक्षा के दो विद्यार्थियोें का चयन जापान जाने के लिए हो गया। ये दोनों छात्र अत्यंत मेधावी हैं। स्कूल को आशा है कि वे जापान जाकर भारत तथा अपने स्कूल का सम्मान बढ़ाने में सफल रहेंगे।
इस दिन के बाद हमारी कक्षा का स्थान स्कूल में सबसे ऊँचा हो गया। यद्यपि अन्य कक्षाओं के लिए यह ईष्र्या का मौका हो सकता था, पर ऐसा नहीं हुआ। अन्य कक्षाओं ने इसमें भी अपना सम्मान माना। यही हमारे स्कूल की विशेषता भी है। हमारी कक्षा को यह दिन सदा स्मरण रहेगा।