Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Hamare Priya Shikshak”, “हमारे प्रिय शिक्षक” Complete Essay for Class 9, 10, 12 Students.
हमारे प्रिय शिक्षक
Hamare Priya Shikshak
परिचय-हमारे विद्यालय में अनेक शिक्षक हैं। सभी योग्य, अच्छे, विद्वान और लोकप्रिय है। किंतु इनमें से कुछ ऐसे हैं जो कभी भुलाए नहीं जा सकते। हम जिनकी याद आजीवन करते रहेंगे। ऐसे ही एक शिक्षक हैं श्री मनोहर बाबू।
मनोहर बाबू बड़े ही नेक और उदार शिक्षक हैं। उनका श्याम-सलोना शरीर और तेजमय चेहरा सबको एक बार अपनी ओर अवश्य आकृष्ट कर लेता है। छात्र-छात्राओं के बीच अपना प्रेम और सहानुभूति भरा भाव इस तरह बिखेर देते हैं कि सब उनके अपने हो जाते हैं। वे हम सबको अच्छी तरह पहचानते हैं। हमारी कठिनाइयों का उन्हें पूरा ज्ञान है। वे हमारी हर बात में घुले-मिले हैं। वे बड़े ही सरल स्वभाव के हैं। दया और कृपा के वे अवतार समझे जाते हैं। अपनी विनम्रता से वे हमें प्रभावित करते हैं। हमारे प्रति उनका प्रेम सच्चा है। वे सदा हमारे सुखमय भविष्य की मंगलकामना करते हैं।
विशेषताएँ-श्री मनोहर बाबू हमें हिंदी पढ़ाते हैं। वे अपने विषय के अच्छे ज्ञाता हैं। उनकी वाणी मधुर एवं प्रभावशाली है। अपना विषय वे इतनी अच्छी तरह से पढाते हैं कि साधारण छात्र भी सारी बातों को हृदयस्थ कर लेता है। श्री मनोहर बाबू बड़े ही अनुशासनप्रिय और समय के पाबंद हैं। यह उनके चरित्र की सबसे बड़ी विशेषता है। वे सदा प्रसन्न रहते हैं तथा हर किसी को सहयोग देने के लिए तैयार रहते हैं। वे सादमी, सेवा और सद्भाव के साक्षात अवतार हैं।
उपसंहार-शिक्षक राष्ट्र के कर्णधारों का निर्माता होता है। श्री मनोहर बाबू सही मायने में निर्माता हैं। सच्चे अर्थ में शिक्षक हैं। वे हमारे आदर्श हैं। उनका व्यवहार अन्य शिक्षकों को भी प्रेरणा देने वाला है। हम उन्हें शत-शत प्रणाम करते हैं।