Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Deshatan” “देशाटन” for Class 10, 12 Examination.
देशाटन (Deshatan)
“देश गाँव शहरों कस्बों से अनुभव का ही पृष्ठ भरूँ‘
दिल में यही तमन्ना है सारी दुनिया की सैर करूँ।”
देशाटन करना मानव का आदिम शौक है। मानव विकास भी इसी से हुआ है। इसका अर्थ होता है चारों ओर आनंद के लिए घूमना। वह विभिन्न स्थलों के लोगों से मिलता है, उनकी भाषा-संस्कृति, वेश-भूषा, रीति-रिवाज और जीवन शैली का परिचय प्राप्त करता है। इससे उसकी जिज्ञासा तो शांत हाती ही है, ज्ञान और अनुभव में भी वृद्धि होती है। आज देशाटन ने एक उद्योग का रूप धारण कर लिया है। देश-विदेश के अनेक ऐसे स्थान हैं जो लाखों पर्यटकों को अपनी ओर खिंचती है। व्यक्ति प्रसिद्ध स्थलों, पहाड़ों, समुद्रों, नदियों आदि को देखकर विशिष्ट आनंद प्राप्त करता है। वह विश्व की अनेक संस्कृतियों की खुबियों से परिचित होता है। “वसुधैव कुटुम्बकम्’ की परिकल्पना भी देशाटन से साकार होती दिखती है। आज देशाटन के लिए इंटरनेट पर ही टिकट और होटल का कमरा आरक्षित करवाया जा सकता है। वर्तमान समय में सरकार द्वारा और विभिन्न कंपनियों के द्वारा देशाटन अर्थात् पर्यटन के लिए काफी सुविधाएँ और टिकट दरों में छूट भी दी जाती है जिसका सभी फायदा उठाकर पर्यटन का आनंद ले सकते हैं। भारतीय पर्यटन विभाग अतुल्य भारत (Incredible India) नामक एक अभियान चलाता है जिसका उद्देश्य भारतीय पर्यटन को विश्व मंच पर पदोन्नत करना है।