Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Chunav Ka Drishya” , ”चुनाव का एक दृश्य” Complete Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.
चुनाव का एक दृश्य
भारत एक लोकतांत्रिक देश है। चुनाव लोकतंत्र का एक महत्त्वपूर्ण तत्व है। निश्चित अंतराल के बाद चुनाव करवाए जाते हैं। अठारह या उस से अधिक उम्र के नागरिकों को वोट देने का अधिकार होता है। लोग अपने प्रतिनिधियों का चयन करते हैं। अधिक सीटें प्राप्त करने वाली पार्टी सरकार बनाती है।।
जब चुनाव आने वाले होते हैं तो सभी राजनैतिक दल उसकी तैयारियों में जुट जाते हैं। लड़ने वालों की सूची जारी कर दी जाती है। नौमिनेशन के कागज़ भर दिए जाते हैं। कुछ अज्ञात व्यक्ति भी चुनाव लड़ कर अपनी किस्मत आजमाते हैं। जो व्यक्ति टिकट प्राप्त नहीं कर पाते वे पार्टी के खिलाफ हो जाते हैं। कुछ उम्मीदवार तारीख से पहले अपना नाम वापिस ले लेते हैं।
सभी उम्मीदवार अपना-अपना प्रचार करते हैं। धीरे-धीरे चुनावी बुखार अपनी ऊंचाई पर पहुंच जाता है। दीवारों पर पोस्टर चिपकाए जाते हैं। मीटिंगें करवाई जाती हैं। द्वार से द्वार पर जा कर प्रचार किया जाता है। चौराहों पर स्पीकर लगाए जाते हैं। वे अपने उम्मीदवारों के हक में बोल रहे होते हैं। गाड़ियों पर दलों के बैनर लगाकर शहर में घुमाए जाते हैं।
चुनाव से चालीस दिन पूर्व प्रचार बन्द कर दिया जाता है। मतदान के दिन सभी अधिकारी चुनाव सामान के साथ बूथ पर पहुंचते हैं। मतदान सुबह 8 बजे शुरू होता है तथा शाम को 4 बजे तक बजे तक चलता है। सभी मतदाता अपनी-अपनी बारी के अनुसार अन्दर जा कर वोट डालते हैं। हर मतदाता को एक बैलेट पेपर दिया जाता है। वह अपनी पसन्द के उमीदवार पर निशान लगाता है। उसके बाद वह उसे मतदान पेटी में डाल देता है। शाम चार बाद मतदान पेटियों को बन्द करके सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया जाता है। कुछ दिन के बाद गिनती शुरू हो जाती है।