Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Bal Shramik ki Samasya”, “बाल श्रमिक की समस्या” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation Classes.
बाल श्रमिक की समस्या
Bal Shramik ki Samasya
बाल श्रमिक की समस्या अत्यंत विकट है। यद्यपि कानून बनाकर बाल-मजदूरी पर रोक लगा दी गई है, पर व्यवहार में कुछ और ही हो रहा है। आज भी ढाबों पर, घरेलू उद्योगों में इन बाल श्रमिकों को देखा जा सकता है। इन बच्चों से इनका बचपन छीना जा रहा है। यह आयु उनके पढ़ने-लिखने की है, पर उन्हें काम पर जाने को विवश किया जाता है। पता नहीं उनके हिस्से की रंगीन किताबें कहाँ चली गई और उनकी गेंदे कहाँ गुम हो गई हैं ? बाल-श्रमिकों की दशा पर विचार करने पर पता चलता है कि इनको कम वेतन देकर अधिक काम लिया जा सकता है। वे बाल श्रमिक बिना किसी विरोध के अपना काम करते हैं। निर्धन परिवारों ने इन बच्चों को आय का माध्यम मान लिया है। अतः वे उनके भविष्य को नहीं सोचते बल्कि अपने वर्तमान को देखते है। उनकी दशा को देखकर हम उदासीन बने रहते हैं। इससे इस समस्या का समाधान नहीं हो सकेगा। हमें इन बाल श्रमिकों के बचपन को बचाया ही होगा।