Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Badhte Apradh” “बढ़ते अपराध” for Class 10, 12 Examination.
बढ़ते अपराध (Badhte Apradh)
आज प्रिंट मीडिया हो या सोशल मीडिया जिसे भी देखें चीख-चीख कर एक ही बात की पुष्टि करता है कि आज भारत में किस प्रकार अपराधों की संख्या बढ़ती जा रही है। पिछले कई वर्षों से महानगरों और यहाँ तक कि मंझोले शहरों में भी हर रोज दिन-दिहाड़े अपहरण, बलात्कार, हत्या, डकैती, दहेज के लिए बहू जलाना और जालसाजी की घटनाएँ बढ़ती जा रही हैं। आज लोगों ने इस प्रकार की घटनाओं को अपनी नियति मान लिया है। बढ़ते अपराधों का मुख्य कारण ग्रामीण युवकों का जीविका की तलाश में शहर की ओर पलायन है। गांव की गरीबी उन्हें शहर के चकाचौंध में यहाँ रहने को मजबूर करती है। शहर आकर भी वे दिशाहीन से भटकते रहते हैं। शहर में सबको नौकरी नहीं मिलती तब ऐसे आजीविकाहीन नौजवान अपराध के क्षेत्र की ओर अपने कदम बढ़ा लेते हैं। आज के युवाओं में संस्कारों की भी कमी दिखाई देती है। वे असामाजिक कार्यों में संलिप्त होते चले जाते हैं। ऐसे लोग जब पकड़े जाते हैं तो पुलिस का भ्रष्टाचारी रवैया उनको सुधारने में नहीं उनको अपराधी बनाने की ओर ही ज्यादा जोर देता है। उनकी अपराधियों से सांठ-गांठ होती है, कई बार पैसे लेकर उनको छोड़ देते हैं और कई बार न्याय व्यवस्था में कमी के कारण आजीवन कारावास में रहते हैं या जेल से बाहर आकर और बड़े अपराधी बन जाते हैं। बढ़ते अपराध पर अंकुश लगाने के लिए सरकार को चाहिए कि शहर में जीविका तलाश करने वाले लोगों के लिए सामान्य सुविधाएँ जैसे- भोजन, आवास और शिक्षा उपलब्ध कराएं। अपराध नियंत्रण के लिए अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस के पास सभी प्रकार के आधुनिक यंत्र होने चाहिए। भ्रष्ट और बेईमान अफसरों को कड़ी सजा देनी चाहिए। इन उपायों से हम बढ़ते अपराध पर नियंत्रण पा सकते हैं।