Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Kutub Minar”, “कुतुबमीनार” Complete Essay for Class 9, 10, 12 Students.
कुतुबमीनार
Kutub Minar
दिल्ली प्राचीन काल से भारत की राजधानी रही है। यहाँ अनेक ऐतिहासिक इमारतें हैं। उनमें से एक कुतुबमीनार भी है। कुतुबमीनार दिल्ली के दक्षिण भाग में महरौली में स्थित है। यह पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन से 16-17 किलोमीटर दूर स्थित है। इसकी गिनती संसार की सबसे ऊँची मीनारों में की जाती है। इसकी ऊँचाई 270 फुट है तथा इसमें कुल 378 सीढ़ियाँ हैं। पहले इसकी सात मंजिलें थीं किंतु टूट जाने के कारण अब केवल पाँच मंजिलें हैं। यह इमारत लाल पत्थरों से बनाई गई है।
कहा जाता है कि इसका निर्माण पृथ्वीराज चौहान ने अपनी पुत्री के यमुना दर्शन के लिए करवाया था। बाद में कुतुबुद्दीन ऐबक ने इसमें परिवर्तन कर उसे अपना नाम दे दिया। कुछ इतिहासकारों का मत है कि इसका निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक ने ही करवाया था। आजकल केवल इसकी पहली मंजिल तक चढ़ने की ही अनुमति है। इसमें जाने के लिए टिकट लेना पड़ता है।
कुतुबमीनार को देखने के लिए भारत के कोने-कोने से पर्यटक आते हैं। यही नहीं विदेशी पर्यटक भी यहाँ बड़ी संख्या में आते हैं। दिल्लीवासियों के लिए यह एक अच्छा पिकनिक स्थल है। सैकड़ों लोग प्रतिदिन कुतुबमीनार देखने आते हैं जिससे यहाँ रोज एक मेला-सा लगा रहता है। मुझे अपने देश की इस ऐतिहासिक इमारत पर गर्व है।