Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Aids Ka Gyan Bachaye Jaan”, “एड्स का ज्ञान बचाए जान” Complete Essay for Class 9, 10, 12 Students.
एड्स का ज्ञान बचाए जान
Aids Ka Gyan Bachaye Jaan
एड्स एक अत्यंत खतरनाक बीमारी है। यह रोग आज पूरे विश्व में महामारी का रूप धारण कर चुका है। भारत में पहली बार एड्स का मामला सन् 1986 में प्रकाश में आया। सन 1987 में सरकार दवारा एडस नियंत्रण कार्यक्रम शुरू किया गया। वर्ष 2000 में भारत में एड्स रोगियों की कुल संख्या 38 लाख 70 हजार हो गई। एच.आई.वी. संक्रमित रोगी ही एड्स रोगी है। एच.आई.वी. (एड्स का विषाणु) के संक्रमण के दस-पंद्रह साल बाद धीरे-धीरे रोगी के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता खत्म होती जाती है।
अब तक एड्स का न तो कोई टीका उपलब्ध है न दवा ही। एकाध दवा बाजार में अवश्य है। अभी तक एड्स के विषय में यही कहा जाता है कि परहेज ही एड्स को रोकने की दवा है। सावधानी ही एड्स का इलाज है। यह एक संक्रामक बीमारी है। एड्स के नियंत्रण के लिए सरकार को यौन शिक्षा लागू करनी चाहिए।
एड्स से पीड़ित माँ के शिशु के चालीस से पचास फीसदी इस रोग से प्रभावित होने की आशंका रहती है।
हमें एड्स की विशेष जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। क्योंकि जानकारी होने से हम सावधान रहेंगे और सावधान रहेंगे तो संक्रमित नहीं होंगे।