Hindi Essay-Paragraph on “Badhaye Jeevan ko sundar banati hai”, “बाधाएँ जीवन को सुंदर बनाती हैं” 300 words Complete Essay for Students.
बाधाएँ जीवन को सुंदर बनाती हैं
Badhaye Jeevan ko sundar banati hai
हर मनुष्य चाहता है कि उसका जीवन सुखी हो। वह हमेशा अनुकूल परिस्थितियों की ही कामना करता है लेकिन जीवन के निर्माण में बाधाओं का महत्त्व भी कम नहीं है। जीवन में जहाँ फूल हैं वहाँ काँटे भी हैं। कौन जानता है कि जीवन में किस समय क्या विपत्ति आएगी। सुखों से पला हुआ मनुष्य बाधाएँ देखने के बाद भयभीत हो जाता है। लेकिन रहीम ने कहा है कि ‘रहिमन विपदा ह भली।’ जिस व्यक्ति को दुख तथा कठिनताओं का अनुभव नहीं वह पूर्ण मनुष्य नहीं कहा जा सकता, क्योंकि सोना सच्चा तभी कहा जा सकता है जब वह आग की तेज तपन को सह लेता है। राम को विपत्तियों ने घेर लिया था लेकिन जब वे उनका सामना कर सफल हुए तभी वे भगवान उन गए। इसलिए कहा जाता है कि ‘कठिनाइयाँ, दुखों का इतिहास ही सुयश है।’ बाधाएँ जीवन में वरदान के समान सी हैं। बाधाओं से मुक्त मिलने वाला सुख सस्ता सुख होता है। वह सच्चा सुख, आनंद और सौंदर्य दे नहीं सकता जो बाधाओं का सामना करने के बाद मिलता है। इतिहास इसका साक्षी है कि बाधाओं को दूर कर आगे बढ़ने वालों की विश्व में पूजा की जाती है। कठिनाई और दुख जीवन के यथार्थ से हमें परिचित कराते हैं। जीवन का मार्ग प्रशस्त करने का काम भी बधाएं ही करती है। विपत्तिकाल में ही व्यक्ति के गुणों की परख होती है। हम अपने सगे-संबंधियों को पहचान लेते हैं। विपतिकाल में ही मित्र का परीक्षा होती है। जिस व्यक्ति ने कठिनाइयों को नहीं सहा वह जीवन की मीठी अनभूति का बोध नहीं कर सकता। इसलिए मनुष्य को चाहिए कि जिस प्रकार वह सुख की कामना करता है। उसी प्रकार वह बधायों का स्वागत करने के लिए तैयार रहे क्योंकि जीवन के सुन्दर निर्माण में बाधाओं का असाधारण योगदान है।