Hindi Essay, Paragraph on “कलम और तलवार”, “Kalam aur Talwar” 300 words Complete Essay for Students of Class 9, 10 and 12 Exam.
कलम और तलवार
Kalam aur Talwar
कलम और तलवार की तुलना
कलम व तलवार की उपयोगिता
कलम का उच्च स्थान
कलम और तलवार विश्व की महान शक्तियों में से है। इस परमाणु युग में भी इनके कार्य प्रशंसनीय हैं। इन दोनों में ऊपरी दृष्टि से तो तलवार ही अधिक शक्तिशाली प्रतीत होती है, किंतु दोनों की तुलना करने से ही इनकी वास्तविकता का सच्चा ज्ञान हो सकता है। तलवार की प्रसिद्धी केवल उसकी संहारक शक्ति पर ही निर्भर है। जब कि लेखनी अपने प्रभावोत्पादकता के गुण से विश्व में नाम कमाती है। जहाँ तलवार में बड़े-बड़े विशाल साम्राज्यों में जीतने की क्षमता है वहाँ कलम में भी ऐसी अदभुत शक्ति विद्यमान है, जिसने बड़े-बड़े संगदिल राजाओं को मोम-हृदय का बना दिया। यदि तलवार हमें शत्रु के प्रहार से बचा सकती है तो एक लेखनी से लिखे हुए दो शब्द किसी अभागे को फाँसी के तख्ते से उतार कर उसके प्राणों की रक्षा कर सकते हैं। लेखक का शस्त्र है उनकी कलम और उसका युद्ध-स्थल केवल उसके साहित्य का मैदान ही होता है, जहाँ वह रक्त के स्थान पर स्याही का प्रयोग करता है और विजय पा सकता है। इस महान अंतर को देखकर कलम का स्थान केवल इसलिए ऊँचा है क्योंकि तलवार केवल अत्याचार, विनाश और अन्याय का प्रचार करने में ही सफल हुई है। बापू जैसी महान शक्ति ने भी तलवार का आश्रय न लेकर अहिंसा के व्रत द्वारा अपनी मातृभूमि को स्वतंत्र कराया। तलवार केवल क्रोध और रोष का विष मिलाकर मनुष्य की पिपासा को शांत करने की चेष्टा करती है, जबकि कलम प्रेम और सहानुभूति का अमृत पिला कर हृदय पर शांति का साम्राज्य कर देती है। लेखनी केवल धर्म, दया, प्रेम और सुख की वर्षा करती है तलवार का उठाने वाला सर्वदा नाश की ओर बढ़ता है। जबकि कलम को उठाने वाला सत्यता के अमर पथ पर चलता है।