Hindi Essay on “Future of English in India” , ”भारत में अंग्रेजी का भविष्य” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.
भारत में अंग्रेजी का भविष्य
Future of English in India
भारत में अंग्रेजों द्वारा अंग्रेजी प्रवेश की। उनका इसके पीछे एक मतलब था। उन्हें अपनी संस्थाएं चलाने के लिए होनहार क्लर्कों की आवश्यकता थी। भारतीयों को अंग्रेजी का ज्ञान देकर अंग्रेजों ने अपने काम के लिए क्लर्क तैयार किए। आज जब भारत आज़ाद हो चुका है, एक बदलाव आ गया है। अंग्रेज़ी को बरकरार रखना एक विवाद का विषय है।
एक तरफ वे लोग हैं जो कहते हैं कि अंग्रेज़ी को पहले की तरह ही बरकरार रखना चाहिए। उनके मुताबिक अंग्रेज़ी एक ऐसी भाषा है जिसके माध्यम से विभिन्न भारतीय सतर्क हुए तथा अंग्रेजों को लेकर सावधान हुए हैं। अंग्रेजी के बिना देश को एक साथ बांधना संभव नहीं था। वह यह भी कहते हैं कि अंग्रेज़ी एक अंतर्राष्ट्रीय भाषा है। इसके बिना हम केवल एक कुएँ के मेंढक बन कर रह जाएंगे। इसके अतिरिक्त उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए भी अंग्रेजी आना बहुत आवश्यक है। अंग्रेज़ी पश्चिम की ओर हमारे द्वार खोलती है।
दूसरी तरफ ऐसे लोग भी हैं जो अंग्रेज़ी का विरोध करते हैं। वे यह कहते हैं कि अंग्रेजी एक विदेशी भाषा है। यह गुलामी का चिन्ह है क्योंकि अंग्रेज भारत से जा चुके हैं। इसलिए अंग्रेजी भी चली जानी चाहिए। इससे भारतीय भाषाओं के विस्तार का पता चलता है। वह यह तथ्य देते हैं कि हर आजाद देश की अपनी खुद की एक राष्ट्रीय भाषा होती है। हिन्दी हमारी राष्ट्रीय भाषा मानी गई। इसलिए हिन्दी को अंग्रेजी के स्थान पर होना चाहिए।
भाषा के नाम पर कभी विवाद नहीं होना चाहिए। देश के हित के लिए अंग्रेजी को करार रखना आवश्यक है। हर भारतीय को अपनी मातृभाषा शरू में ही सीख लेनी दिए। उसे हिन्दी अपनी राष्ट्रीय भाषा के रूप में अवश्य सीखनी चाहिए। अंग्रेजी संचार भाषा के रूप में सीखनी चाहिए। अंग्रेजी का भविष्य पहले से भी अधिक उज्ज्वल है।