Hindi Essay on “Khelo ki Duniya”, “खेलों की दुनिया” Complete Paragraph, Nibandh for Students
खेलों की दुनिया
Khelo ki Duniya
संकेत बिंदु –जीवन में खेल –खिलाड़ी की प्रवृत्ति –विभिन्न खेल –खेल समाचार, लेख
खेल एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें अधिकांश लोगों की रुचि होती है। खेल हर आदमी के जीवन में ऊर्जा का संचार करता है। बचपन केही हमारी खेलों में रुचि होती है और हममें से अधिकांश के भीतर एक खिलाडी जरूर रहता है। जीवन की भाग-दौड़ और दूसरी जिमेदारियों की वजह से खिलाड़ी भले ही कहीं दब जाता हो लेकिन खेलों में उसकी दिलचस्पी बनी रहती है। यही कारण है कि क्रिकेट हो या हॉकी, टेनिस हो या फुटबाल, ओलंपिक हो एशियाई खेल-ये सब एक उत्सव बन जाते हैं। कई खेल तो देश की संस्कृति में रच-बस जाते हैं। इसीलिए उन खेलों के बारे में पढ़ने वालों और उसे देखने वालों की संख्या काफी अधिक होती है। प्राय: सभी समाचारपत्रों में खेल के एक-दो पृष्ठ अवश्य होते हैं। कोई भी टी.वी. और रेडियो बुलेटिन खेलों की खबर के बिना पूरा नहीं होता है। समाचारपत्र और पत्रिकाओं में खेलों पर विशेष लेख, खेल विशेषांक और खेल परिशिष्ट प्रकाशित होते हैं। खेल स्वास्थ्य एवं मनोरंजन के सशक्त माध्यम हैं।