Hindi Essay on “Aarakshan ki Samasya”, “आरक्षण की समस्या” Complete Hindi Essay, Paragraph, Speech for Class 7, 8, 9, 10, 12 Students.
आरक्षण की समस्या
Aarakshan ki Samasya
‘आरक्षण’ शब्द का सामान्य अर्थ है किसी स्थान, वस्तु आदि को अपने या किसी अन्य के लिए सुरक्षित कराना, पर यहाँ आरक्षण से अभिप्राय है नौकरियों या उच्च शिक्षा में निम्न जातियों, वर्गों, जनजातियों के लिए कुछ स्थान सुरक्षित रखकर उन्हें अन्य जातियों की तरह प्रगति या विकास कर सकने के अवसर या सुविधा उपलब्ध कराना। आरक्षण के पक्ष में तर्क है। दूरदर्शन आज सबसे सशक्त संचार माध्यम है। दूरदर्शन केवल मनोरंजन का साधन ही नहीं है, अपितु अनेक प्रकार से उपयोगी सिद्ध हो रहा है। दूरदर्शन पर दिखाए जाने वाले अनेक कार्यक्रम हमारे ज्ञान में वृद्धि करते हैं। देश विदेश के समाचार तथा अन्य जानकारी से हमें अन्य देशों की संस्कृति तथा गतिविधियों की घर बैठे झलक मिल जाती है। दरदर्शन समाज को नई दिशा भी प्रदान करता है। दहेज प्रथा. छआछत. भ्रूण हत्या, सांप्रदायिकता जैसी बुराइयाँ जब कार्यक्रमों के माध्यम से जन-जन तक पहुँचाई जाती हैं तो निश्चय ही समाज का परिष्कार होता है। इस पर दिखाई जाने वाली शिक्षाप्रद तथा सोद्देश्य फिल्में जनजागरण का कार्य करती हैं। आज तो दूरदर्शन शिक्षा का भी सशक्त माध्यम बन गया है। दूरदर्शन के माध्यम से गणित, इतिहास, भूगोल, विज्ञान जैसे विषयों की शिक्षा सफलतापूर्वक दी जा रही है। दूरदर्शन पर दिखाए जाने वाले विज्ञापन उत्पादकों के लिए बहुत लाभदायक होते हैं क्योंकि इनसे उनके व्यापार में बहुत वृद्धि होती है। अंतर्राष्ट्रीय खेल कूद या अन्य कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण हम घर बैठे-बैठे देख सकते हैं। दूरदर्शन के अधिक प्रयोग से नेत्रों की ज्योति पर दुष्प्रभाव पड़ता है। आजकल दूरदर्शन की सबसे बड़ी हानि है सांस्कृतिक प्रदूषण फैलाना। विदेशी चैनलों के आ जाने से दूरदर्शन पर जिस प्रकार के कार्यक्रम तथा फिल्में आदि दिखाई जाती हैं, ये युवकों को दिग्भ्रमित करके उन्हें अपनी संस्कृति से दूर ले जा रही हैं। सरकार को चाहिए कि ऐसे कार्यक्रमों की समीक्षा करे तथा गुण-दोष के आधार पर इन्हें प्रसारित करने की अनुमति प्रदान करे।