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Archive by category "Languages" (Page 265)
Educational Possibilities in India The education system in India is not up to the mark. She occupies a low position among the countries rated on the education for All Index by UNESCO, although some serious efforts are now being made to improve the education system in India. According to the statistics issued by UNESCO, education is not evolving in India. In the modern world, knowledge is doubling every three years. If...
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November 11, 2020 evirtualguru_ajaygourEnglish (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
पार्क में मिले दो अजनबियों के बीच चुनावी सरगर्मियों पर बातचीत मनीष – क्या ठंडी हवा है। यहाँ आकर तन-मन तरोताजा हो जाते हैं। संजय- यहाँ ठंडी हवा और देश में गरम हवा। इस बार का मतदान आर-पार की लड़ाई बन चुका है। मनीष – सभी दल एक दूसरे को नीचा दिखाने में जुटे हैं। बाल की खाल निकालना तो कोई इन नेताओं से सीखे। मनीष – बड़ी-बड़ी बातें और छोटे...
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October 31, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
बादल और वृक्ष के बीच संवाद वृक्ष – स्वागत है मित्र तुम्हारा ! तुम्हारी प्रतीक्षा में देखो मैं सूखकर काँटा हो गया हूँ। बादल – वाह ! बातें बनाना खूब आता है तुम्हें ! इस बार आने में देर हो गई, क्षमा चाहता हूँ। वृक्ष – क्षमा तुम्हें नहीं, इंसान को मॉगनी चाहिए। जिसने प्रकृति के चक्र को तहस-नहस कर डाला है। विकास के नाम पर वातावरण को गरम कर दिया...
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October 31, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
पूरीक्षा में नकल करते पकड़े गए छात्र नकल एवं उसके पिता के बीच संवाद पिता- आज तुमने मेरा सिर शर्म से झुका दिया। क्या यही संस्कार दिए हैं हमने तुम्हें ? नकुल- मास्टर जी ने कहा और आपने उसे सच मान लिया? मैं नहीं श्रीश नकल कर रहा था ? नकुल – मुझे बेवकूफ़ बनाने की कोशिश मत करो। पकड़ी गई पर्चियों पर तुम्हारा लेख मैं पहचान गया था। नकुल- आपको...
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October 31, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
घर में काम करने वाली दो परिचारिकाओं के बातचीत दीपा- आज तो बहुत थक गई। गुप्ता जी के घर मेहमान आए थे। बरतन साफ़ करते-करते कंधे दुख गए। रीटा- खाने को माल भी तो मिला होगा ? ईनाम के पैसे अलग से ? क्या बात करती है ? दीपा- पहले दर्जे की कंजूस है। बचा हुआ सारा खाना फ्रिज में रख दिया। एक टुकड़ा मिठाई तक का नहीं दिया, पैसे देना...
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October 31, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
घर में काम करने वाली परिचारिका कमला और मालकिन प्रमिला के बीच वेतन वृद्धि को लेकर संवाद कमला – माँ जी, अगले महीने से पगार 200 रुपए बढ़ा दो नहीं तो दूसरी कामवाली ढूँढ़ लो। प्रमिला – पैसे पेड पर नहीं उगते। एकदम 200 रु० ? 100-50 कहे तो बढ़ा दूंगी। कमला – मँहगाई का हाल तो देखो। कमरे का किराया 100 रुपए बढ़ गया। आटा-चावल सब्जी सब कितने महँगे हो...
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October 31, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
दादी और प्रगतिशील विचारों वाली पोती नेहा के बीच संवाद दादी- अरी नेहा, सुबह-सुबह कहाँ जा रही है ? नेहा- आपको बताया तो था, आज स्कूल से हमें ‘हरिजन बस्ती’ ले जा रहे हैं। वहाँ हम औरतों को घर-बाहर और स्वयं की साफ़-सफ़ाई की बातें बताएँगे। कंम्प्यूटर द्वारा वहाँ के स्कूली बच्चों का अपने बच्चों से संपर्क करवाएँगे। दादी – ऐं! तुम क्यों जाओगी इतनी गर्मी में। धूल-धक्कड़ भरी बस्ती में...
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October 31, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
हरे भरे वृक्ष और काट दिए वृक्ष के बीच संवाद हरा वृक्ष – क्या हाल बना दिया तुम्हारा इन इंसानों ने ? कटा वृक्ष – इंसान ? उन्हें इंसान कहेंगे तो ‘इंसानियत’ की परिभाषा बदलनी पड़ेगी। हरा वृक्ष – सच कहा तुमने ? कैसे हरे-भरे थे तुम कल तक! पक्षी तुम्हारी डाल से मेरी डाल पर फुदक-फुदक कर कैसे खेलते थे। वह बेचारी चिड़िया कितना रोई जिसका नीड़ उजड़ गया, अंडे...
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October 31, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment