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Archive by category "Hindi (Sr. Secondary)" (Page 99)
पर्वतराज हिमालय Parvatraj Himalaya हिमालय शब्द हिम+ आलय शब्दों के योग से बना है जिसमें हिम का अर्थ बर्फ और आलय का अर्थ घर अर्थात् हिमालय शब्द का अर्थ बर्फ का घर है। हिन्दू लोग इस पर्वत को बहुत ही आदर की दृष्टि से देखते हैं क्योंकि उनका मानना है कि इस पर्वत की चोटी पर शिव और पार्वती रहते हैं। ऐसा विश्वास किया जाता है कि हिमालय की पुत्री...
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January 24, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
रमणीक स्थल की यात्रा Ramneek Sthal ki Yatra रमणीक स्थलों की यात्रा विद्यार्थियों के लिए बड़ी सुखद होती हैं। इन रमणीक स्थलों पर पहुंच कर हम स्वयं मानों इन्हीं का अंग बन जाते हैं। वह स्थल जीवित होकर हमारे सामने साकार हो उठता है। ऐसी यात्राओं द्वारा हम अपने देश के कोने-कोने को सही दृष्टि से देखते हैं, अपनी शक्ति और निर्बलता को पहचानते हैं। भारत एक प्राचीन देश है...
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January 24, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
यदि मैं पुलिस अधिकारी होता Yadi mein Police Officer Hota मनुष्य के जीवन का कोई न कोई उद्देश्य अवश्य होता है। कोई भी मनुष्य बिना किसी उद्देश्य के इस संसार में नहीं रह सकता है और न ही वह जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है। जीवन यात्रा प्रारम्भ करने से पहले व्यक्ति को चाहिए कि वह जीवन का कोई एक लक्ष्य निर्धारित कर ले । शायद इसी को लक्ष्य करके...
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January 24, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
यदि मैं अध्यापक होता Yadi mein Adhyapak Hota विद्यालय में छात्रों को मार्ग दिखाने के लिए अध्यापक की आवश्यकता होती है। अध्यापक शिक्षा द्वारा छात्रों के भविष्य का निर्माण करता है। दूसरे शब्दों में हम कह सकते हैं कि अध्यापक राष्ट्र का निर्माता होता है। इस दृष्टि से अध्यापक का कार्य सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण होता है। मैं सोचता हूँ यदि मैं अध्यापक होता तो मैं विद्यार्थियों के लिए, स्कूल के...
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January 24, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages4 Comments
विद्यालय के वार्षिक समारोह का आँखों देखा वर्णन School ke Varshik Samaroh ka Aankhon Dekho Varnan विद्यार्थी जीवन में विद्यार्थी के लिए जितना महत्त्व विद्यालय के उत्सवों का होता है उतना घर के उत्सवों का नहीं। स्कूल के साथ विद्यार्थियों को इतना लगाव होता है कि वह स्कूल के उत्सव को अपना उत्सव समझते हैं। प्रत्येक विद्यालय में प्रतिवर्ष गणतन्त्र दिवस, स्वतन्त्रता दिवस, बाल दिवस इत्यादि बड़ी धूमधाम से मनाए जाते...
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January 24, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
स्वतन्त्रता दिवस समारोह Swatantrata Diwas Samaroh 15 अगस्त 1947 के दिन भारतमाता विदेशी गुलामी से मुक्त हुई थी। देश के अनगिनत सपूतों ने स्वाधीनता संग्राम में भाग लिया। अनेकों ने प्राणों की आहुतियां दी और असहनीय पीड़ाएँ झेली, जेलें काटीं। आखिर उनका त्याग और तप सफल हुआ। राष्ट्रीय स्वतंत्रता की इस गौरवमयी स्मृति को सजीव बनाए रखने के लिए 15 अगस्त का दिन सारे देश में स्वतंत्रता दिवस के रूप...
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January 24, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
महर्षि दयानन्द सरस्वती Maharishi Dayanand Saraswati जिस समय आर्य संस्कृति के दीपक को बुझाने के लिए विदेशी और विधर्मी लोग यत्न कर रहे थे, वेद विरुद्ध आडम्बरों में उलझे हुए भारतवासी भी अनजाने में उनकी सहायता कर रहे थे, उस समय महर्षि का आगमन हुआ। सम्वत् 1881 के अन्त में मजोकठा नदी के किनारे बसे मोरवी राज्य के टंकारा नामक गांव में कर्षण जी के घर इनका जन्म हुआ। कर्षण जी...
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January 24, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
पंजाब केसरी–लाला लाजपत राय Punjab Kesari-Lala Lajpatrai लाला लाजपत राय का परिवार लुधियाना जिला में जगराओं नामक कस्बे में रहता था। इनका जन्म जिला मोगा के दडीके नामक गाँव में अपने ननिहाल में 28 जनवरी 1865 में हुआ। इनके पिता लाला राधा कृष्ण एक सरकारी स्कूल में अध्यापक थे। बालक लाजपतराय प्रारम्भ से ही एक प्रतिभा सम्पन्न छात्र थे। मैट्रिक की परीक्षा में उनको छात्रवृत्ति प्राप्त हुई। इसके बाद 1881...
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January 18, 2021 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment