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Hindi Essay on “Jaha Chaha Waha Raha ” , ” जहाँ चाह वहाँ राह” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

जहाँ चाह वहाँ राह Jaha Chaha Wahan Raha निबंध नंबर :-01       कहावत की भाव, चाह से तात्पर्य – ‘जहाँ चाह, वहाँ, राह’ एक कहावत है | इसका तात्पर्य है – जिसके मन में चाहत (इच्छा) होती है, उसके लिए वहाँ रास्ते अपने-आप बन जाया करते हैं | ‘चाह’ का अर्थ है – कुछ करने या पाने की तीव्र इच्छा |      सफलता के लिए कर्म के प्रति रूचि और समर्पण...
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Hindi Essay on “Daya Dharam Ka Mool he ” , ” दया धर्म का मूल है” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

दया धर्म का मूल है तुलसीदास का दोहा – गोस्वामी तुलसीदास का प्रशिद्ध बचन है – दया धर्म का मूल है, पाप मूल अभिमान | तुलसी दया न छोड़िये जा घट तन में प्राण ||      इस कथन से स्पष्ट होता है कि धर्म का मूल है – दया या करुणा | दया भाव से हिम्नुश्य का मन द्रवित होता है | किसी दुखी को देखकर उसका दुश दूर करने की...
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Hindi Essay on “Santosh ka Mahatav ” , ” संतोष का महत्व” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

संतोष का महत्व      तृष्णा का दुःख – महात्मा गाँधी लिखते हैं – “यह वसुंधरा अपने सारे पुत्रों को धन-धन्य दे सकती है, किंतु ‘एक’ भी व्यक्ति की तृष्णा को पूरा नहीं कर सकती |” यह पंक्ति अत्यंत मार्मिक है | इसे पढ़कर यह रहस्य उद्घाटिल होता है कि मनुष्य का असंतोष उसकी समस्याओंका मूल है | उसकी प्यास कभी शांत नहीं होती |      दुःख का कारण – वासनाएँ –...
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Hindi Essay on “Jeevan me Santosh” , ” जीवन में संतोष” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

जीवन  में संतोष      मनुष्य की सबसे बड़ी शक्ति : मन – मानव की सबसे बड़ी शक्ति ‘मन’ है | मनुष्य के पास मन है, इसलिए वह मनुष है, मनुज है, मानव है | मानसिक बाले पर ही मनुष ने आज तक की यह सभ्यता विकसित की है | मन मनुष्य को सदा किसी-न-किसी कर्म में रत रखता है |      मन के दो पक्ष : आशा-निराशा – धुप-छाँव के समान...
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Hindi Essay on “Paradhinta ” , ”पराधीनता ” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

पराधीनता Paradhinta निबंध नंबर : 01       पराधीनता का आशय – पराधीनता का आशय है – दुसरे के अधीन | अधीनता बहुत बड़ा दुःख है | हर आदमी स्वतंत्र रहना चाहता है | यहाँ तक कि सोने के पिंजरे में बंद पक्षी भी राजमहल के सुखों और स्वादिष्ट भोगों को छोड़कर खुले आकाश में उड़ जाना चाहता है |      स्वतंत्रता : जन्मसिद्ध अधिकार – प्रत्येक बच्चा सवतंत्र पैदा होता है...
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Hindi Essay on “Mitrata ” , ”मित्रता” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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मित्रता  अथवा मित्रता बड़ा अनमोल रत्न Best 5 Essays on “Mitrata” निबंध नंबर – 01      जीवन की सरलता के लिए मित्र की आवश्यकता – ‘मित्रता’ का तात्पर्य है – किसी के दुःख-सुख का सच्चा साथी होना | सच्चे मित्रों में कोई दुराव-छिपाव नहीं होता | वे निश्छल भाव से अपना सुख-दुख दुसरे को कह सकते हैं | उनमें आपसी विश्वास होता है | विश्वास के कारण ही वे अपना ह्रदय...
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Hindi Essay on “Paropkar ” , ” परोपकार” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

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परोपकार Paropkar   Best 7 Hindi Essay on “Paropkar” निबंध नंबर : 01      परोपकार का महत्व – परोपकार अर्थात् दूसरों के काम आना इस सृष्टि के लिए अनिवार्य है | वृक्ष अपने लिए नहीं, औरों के लियेफल धारण करते हैं | नदियाँ भी पाना जल स्वयं नहीं पीतीं | परोपकारी मनुष्य संपति का संचय भी औरों के कल्याण के लिए करते हैं | साडी प्रकुर्ती निस्वार्थ समपर्ण का संदेश देती...
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Hindi Essay on “Samay ka Sadupyog ” , ” समय का सदुपयोग” Complete Hindi Essay for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

  समय का सदुपयोग Samay Ka Sadupyog निबंध नंबर : 01       समय जीवन है – फैंकलिन का प्रशिद्ध कथन है –‘वकत को बरबाद न करो कियोंकि जीवन इसी से बना है |’ समय ही जीवन है | जीवन क्या है – जीने का कुछ वक्त | मृत्यु के बाद तो समय का कोई अर्थ नहीं रह जाता | अतः समय सबसे मूल्यवान है |      समय का सदुपयोग – समय...
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