Home »
Languages »
Archive by category "Hindi (Sr. Secondary)" (Page 262)
पर्वतीय स्थल की यात्रा Parvatiya Sthal ki Yatra निबंध नंबर : 01 देश-विदेश की सैर किसे रोमांचित नहीं करती है गरमियों के महीनों में किसी पर्वतीय स्थल का अपना ही आनंद है। इस आनंद का सौभाग्य मुझे अपने पिछले ग्रीष्म अवकाश में प्राप्त हुआ। जब मेरे पिताजी ने हमें नैनीताल भ्रमण की योजना बताई तो उस समय मेरी प्रसन्नता की कोई सीमा न रही। किसी पर्वतीय स्थल की यह मेरी...
Continue reading »
January 1, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages5 Comments
छत्रपति शिवाजी Chatrpati Shivaji छत्रपति शिवाजी मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे। 10 अपै्रल, सन् 1627 में शिवनेरी के दुर्ग मंे जन्मंे शिवाजी की हिंदू धर्म में अटूट आस्था थी। वे मानवता तथा मानव मूल्यों को पूर्ण प्राथमिकता देते थे। वे एक सच्चे देशभक्त थे। शिवाजी के पिता श्री शाहजी भोंसले एक बड़े जागीरदार थे। वे बीजापुर के महाराजा के प्रमुख थे। शिवाजी के जन्म के बाद शाहजी ने...
Continue reading »
January 1, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सम्राट अशोक Samrat Ashoka सम्राट अशोक का नाम भारतीय इतिहास के महान शासकों तथा योद्धाओं में अग्रणी है। ईसा पूर्व सन् 272 ई0 में अशोक ने मग्ध प्रदेश का राज्य सँभाला था। इसके पश्चात् अपने 40 वर्षोंे के शासनकाल में उन्होने जो ख्याति अर्जित की वह अतुलनीय है। वे एक अद्वितीय शासक के रूप में विख्यात हैं जिन्होने केवल मगध में ही नहीं अपितु भारत के कोन-कोने में सत्य और...
Continue reading »
January 1, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मेरी प्रथम रेल यात्रा Meri Pratham Rail Yatra निबंध नंबर : 01 किसी भी यात्रा का एक अपना अलग ही सुख है। यात्रा करना तो बहुत से लोगों की एक पसंद है। यात्रा के अनेक उपलब्ध साधनों में से रलयात्रा का अनुभव एक अनोखा रोमांच एंव अनुभव प्रदान करता है। मेरी प्रथम रेल यात्रा तो आज भी मेरे लिए अविस्मरणीय है क्योंकि मेरी प्रथम रेलयात्रा ने रोमांच के साथ ही...
Continue reading »
January 1, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
यातायात के प्रमुख साधन Yatayat ke Pramukh Sadhan मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। नए-नए संबंध स्थापित करना, देशाटन पर जाना, नवीनतम की खोज करना आदि की प्रवृत्ति उसमें सदैव से ही रही है। उसकी इन्हीं इच्छाओं व आकाक्षाओं ने विश्व में असंभव लगने वाले अनेक कार्योंे को संभव कर दिखाया है। यातायात के नवीनतम साधन किसी आश्चर्य से कम नहीं हैं जिनके माध्यम से आज मनुष्य महीनांे तथा वर्षों में तय...
Continue reading »
December 26, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
महानगर का जीवन Mahanagar Ka Jeevan महानगर अर्थात् ऊँची-ऊँची इमारतों, बड़े-बड़े कल कारखानों, दुकानों तथा दौड़ते वाहनों आदि से पूरित घनी आबादी वाला शहर। न्यूयार्क, वांशिगटन, लंदन, टोक्यो, पेरिस आदि विश्व के कुछ प्रमुख महानगर हैं। हमारे भारतवर्ष में दिल्ली, कोलकता, मुंबई तथा चेन्नई को महानगर की संज्ञा दी गई है। महानगरीय जीवन अनेक रूपों में मनुष्य के लिए किसी वरदान से कम नहीं है पंरतु वहीं दूसरी ओर यह त्रासदी...
Continue reading »
December 26, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारतीय ग्रामीण जीवन Bhartiya Gramin Jeevan Best 3 Essays on “Bhartiya Gramin Jeevan” निबंध नंबर :-01 भारत एक विशाल जनसंख्या वाला देश है जिसका एक बहुत बड़ा भाग आज भी गाँवों मे निवास करता है। ये लोग आज भी अपनी आजीविका के लिए पूर्ण रूप से कृषि पर निर्भर हैं। वास्तविक रूप ये यदि देखा जाए तो भारत की अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार कृषि ही है। गाँवों मे लोग प्रायः...
Continue reading »
December 26, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारतीय गाँव निबंध नंबर : 01 भारतीय एक कृषि प्रधान देश है। प्राचीन काल से ही हमारे देश की अर्थव्यवस्था का प्रमुख आधार कृषि ही रहा है। कृषि पर हमारी निर्भरता के साथ ही यह भी तथ्य हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है कि देश की सत्तर-प्रतिशत से भी अधिक जनसंख्या गाँवों मे ही निवास करती है। किसी कवि ने सत्य ही लिखा है कि – है अपना हिंदुस्तान कहाँ, यह बसा...
Continue reading »
December 26, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment