A Visit to The Red Fort “लाल किले की यात्रा” Complete Hindi Essay, Nibandh for Class 8, 9, 10, 12 and Graduation and other classes.
लाल किले की यात्रा
दिल्ली में कई ऐतिहासिक इमारतें हैं। लाल किला उनमें से एक है। इसे ‘लाल किला’ Red Fort भी कहते हैं।
विश्व और भारत के विभिन्न हिस्सों से लोग इसे देखने आते हैं। इसे मुगल बादशाह शाहजहाँ ने बनवाया था। यह यमुना के किनारे पर स्थित है। मशहुर चाँदनी चौक इस के सामने है। उलटी दिशा में जामा मस्जिद है। पिछले सप्ताह मैं यहाँ अपने सहपाठियों के साथ गया। हमने टिकट खरीदी और मुख्य द्वार से अन्दर गए। दोनों तरफ दुकानें थीं। हम दिवान-ए-आम में गए। यहाँ राजा अपना दरबार लगाता था। तब हम दिवान-ए-खास में गए। हमने मोती मस्जिद भी देखी जोकि एक सुन्दर मस्जिद है। आगे हमने तख्त-ए-ताऊस देखा। वहाँ हमने वह सिंहासन देखा जिस पर बादशाह बैठता था। वह मोर के आकार का सिंहासन था जो कि वहाँ नहीं है। ईरान का राजा उसे ईरान ले गया था। राजा की सिंहासन अब उस शानदार मोर के बिना है।
हमने कपड़े, घड़े, बन्दूकें, बरछियाँ और पुरानी बहुत-सी चीजें संग्राहलय में देखीं। हमने मुगल काल की तलवारें भी देखीं। यहाँ हमने मुगलकाल के इतिहास के बारे में बहुत कुछ सीखा।
पूर्व की तरफ हमने व्यस्त रिंग रोड देखी। हमने रानी के स्नानगृह भी देखे। किले की अन्दर की सभी दीवारों पर नक्काशी की गई थी, जिन में कभी कीमती नग लगे होते थे। अब केवल खाली खड्डे हैं। ज्वाहरात हमला करने वालों द्वारा निकाल लिए गए हैं। किले के बड़े द्वार एक शाही और शानदार नज़ारा प्रदान करते हैं। हर 15 अगस्त को देश के प्रधानमंत्री लाल किले के ऊपर से देश के नाम सन्देश देते हैं। किला कई तरीकों से अद्भुत है।
हमें यह यात्रा बहुत आनन्दमयी लगी। हमें खूबसूरत कपड़े पहने लोगों के गुट नज़र आए। हम शाम को 7 बजे किले में से निकल पड़े।