A Visit to A Museum “अजायबघर की सैर” Complete Hindi Essay, Nibandh for Class 8, 9, 10, 12 and Graduation and other classes.
अजायबघर की सैर
या
संग्राहलय की यात्रा
पिछले वर्ष मुझे अपने मित्रों के साथ कोलकाता के अजायबघर जाने का मौका मिला।
यह बहुत बड़ा अजायबघर है। इसकी इमारत में बहुत बड़े-बड़े कमरे हैं। वे साफ सुथरा थे। प्रदर्शित सामान अच्छी तरह लगाया गया था। सभी चीजें अच्छी तरह दिख रही थीं। इसमें भारत और यहाँ तक कि विदेशों विभिन्न हिस्सों से इकट्ठी की गई चीजें हैं। इस में विज्ञान, कला, इतिहास, वस्त्र, हथियार इत्यादि बहुत-सी चीजें थीं।
अन्दर जाते ही बाईं ओर एक हॉल है। इसमें विभिन्न प्रकार के स्तनधारियों का संग्रह है। वहाँ कुत्ते, बिल्लियाँ, गाएँ और बहुत से स्तनधारियों का संग्रह था। वहाँ बहुत से लोपित हुए स्तनधारी भी थे। वे जगत में जीवन की उत्पत्ति पर रौशनी डालते हैं। दूसरे कमरे में पत्तियों के नमूने पड़े थे। इस कमरे से अगले कमरे में रैंगने वाले जन्तुओं (सरीसृपों) के नमूने थे।
तब हम एक बड़े से कमरे में गए जहाँ चट्टानों के नमूने थे। वहाँ अपक्व रूप में कच्ची धातुएँ थीं। इससे हमें धरती और उसके सम्पदा का ज्ञान हुआ। तब हम दूसरे हॉल की तरफ गए। वहाँ विभिन्न खुदाई स्थलों से निकाली गई वस्तुएँ रखी थीं। हमने मिट्टी से बनी वस्तुएँ, तस्वीरें, मूर्तियों, चूड़ियों और बहुत-सी वस्तुएँ देखीं। वैसी दिखने वाली बहुत-सी वस्तुएँ हम आज भी प्रयोग करते ये वस्तुएँ हमें प्राचीन सभ्यता के सभ्याचार और जीवन शैली का गहराई से अवलोकन करवाती हैं।
वहाँ सारे विश्व भर में मँगवाई गई हस्तशिल्प कला के नमूने थे। ये संग्रह पिछले लम्बे समय से सम्बन्ध रखते हैं। यहाँ हमने हस्तशिल्प कला के विकास की कहानी समझी।
कोलकाता संग्राहलय अत्यधिक ज्ञान और जानकारी का घर है। हमें इसे देख का आनन्द आया। इसने कई तरीकों से हमारा ज्ञान बढ़ाया।