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Posts tagged "Hindi Paragraph" (Page 63)
समाचार-पत्र और राष्ट्र-हित किसी भी राष्ट्र के जीवन में समाचार-पत्रों की एक महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। प्रेस को राष्ट्र की चौथी सम्पत्ति माना जाता है। एक प्रजातांत्रिक देश में समाचार-पत्र देशवासियों के हितों के संरक्षक होते हैं। वे जनता पर ढाए गए अत्याचारों के विरुद्ध आवाज उठाते हैं। विश्व में घटित होने वाली सभी महत्त्वपूर्ण घटनाओं का विज्ञापन समाचार-पत्रों द्वारा ही होता है। सामयिक समाचार और सूचनाएं भी समाचार-पत्र के ही...
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February 22, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
रुपये की आत्म-कथा Rupaye ki Atmakatha निबंध संख्या:- 01 कपड़े बदलते हुए मेरी जेब से रुपये का सिक्का गिरा। वह पहिए की तरह चलता हुआ मेरे पैर के पास आकर ऐसे खड़ा हो गया मानो कोई सेवक स्वामी के पास आकर खड़ा होता है। सहसा महसूस हुआ कि वह कुछ कह रहा है कि मैं रुपया हूँ। दुनिया की सबसे बड़ी शक्ति हूँ। इस पर भी दुनिया वाले मुझे हाथ का...
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January 30, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
पुस्तकालय Pustkalaya Essay No. 01 पुस्तकें ज्ञान का भण्डार होती हैं। हर प्रकार का ज्ञान आज के युग में पुस्तकों के रूप में उपलब्ध है। आज प्रायःसभी लोग ज्ञान की प्राप्ति के प्रयत्न करते रहते हैं। पुस्तकें ज्ञान भी देती है मनोरंजन भी करती हैं। पुस्तकें मनुष्य की सच्ची मित्र हैं। उनको पढ़ने से ज्ञान भी मिलता है, समय का सदुपयोग भी हो जाता है। कोई व्यक्ति कितना भी धनवान क्यों...
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August 2, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मदर टेरेसा Mother Teresa Essay No. 01 मदर टेरेसा का जन्म 27 अगस्त, सन् 1910 को अल्बानिया के स्कोप्जे नगर में हुआ था। इनका बचपन का नाम एग्नेस गोन्हज़ा बोजाज्यू था। बाद में इनका नाम ‘सिसटर टेरेसा’ कर दिया गया। बचपन से ही वे उदार, कोमल, दयालु और शांत स्वभाव की थीं। मदर टेरेसा, सन् 1928 में एक अध्यापिका के रूप में भारत आईं। ये कोलकाता के सेंट मेरी हाई स्कूल...
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April 11, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
जीवन में खेलों का महत्त्व Jeevan me Khelo ka Mahatva अथवा व्यायाम और खेल Vyayam aur Khel Essay No. 1 प्रस्तावना जीवन में स्वास्थ्य का ही सबसे अधिक महत्व है। शक्तिशाली मानव ही भूमण्डल पर हर प्रकार का सुख भोग सकता है। इसके लिए दुष्कर कृत्य भी सुगम हो जाते है।उससे शत्रु भी सदैव भयभीत रहता है। और उपलब्धियाँ उसके पगों में लोटती है। कार्य सिद्धि सहचरी के समान उसके पीछे...
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April 1, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages2 Comments
डॉ.ए.पी.जे.अब्दुल कलाम Dr. A.P.J Abdul Kalam Essay No. 1 भारत के ‘मिसाइल मैन’ के रूप में विख्यात डॉ. कलाम ने 25 जुलाई, सन् 2002 को भारत के 12 वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। भारत के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश श्री बी. एन.किरपाल ने उन्हें पद और । गोपनीयता की शपथ दिलाई। डॉ.अबुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम का जन्म 15 अक्टूबर, सन् 1931 को तमिलनाडु में रामेश्वरम् जिले के धनुष्कोडि नामक...
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March 22, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भगवान महावीर स्वामी Bhagwan Mahavir Swami Essay No. 01 धर्म प्रधान धरा भारत पर अनेकानेक धर्म-प्रवर्तकों ने जन्म लिया है। भगवान् श्रीकृष्ण की इस सूक्ति को चरितार्थ करने वाले इस धर्म-प्रवर्तकों को भगवान की संज्ञा देना कोई अत्युक्ति नहीं होगी। श्रीकृष्ण के कहे गए वचनों के आधार पर ये महात्मन् ईश्वरीय अवतार से किसी अर्थ में कम सिद्ध नहीं होते हैं- यदा-यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानं धर्मस्य तदात्मानं सृजाभ्यहम्। परित्राय...
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January 24, 2019 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
पंडित जवाहरलाल नेहरू Pandit Jawahar Lal Nehru Essay No. 1 शान्ति के अग्रदूत और अहिंसा के संवाहक पंडित जवाहरलाल नेहरू का नाम विश्व के महानतम् व्यक्तियों में लिया जाता है। मानवता के प्रबल समर्थक और बन्धुत्व के पक्षधर पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवम्बर सन् 1889 ई। को इलाहाबाद में हुआ। आपके पिताश्री पंडित मोतीलाल नेहरू पूरे भारतवर्ष के सर्वसम्मानित और सर्वमेधावी वैरिस्टर थे। अपने माता-पिता का इकलौता पुत्र होने...
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