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Posts tagged "Hindi essays" (Page 199)
क्रिसमस डे (बड़ा दिन) Christmas Day प्रस्तावना – क्रिसमस अथवा बड़ा दिन ईसाइयों का प्रमुख त्यौहार है। विश्व के अन्य ईसाई धर्मावलम्बियों के साथभारत के ईसाई भी इस त्यौहार को प्रतिवर्ष25 दिसम्बर के दिन धूमधाम से मनाते हैं। इसे बड़े दिन के नाम से भी जाना जाता है। । बड़ा दिन कहे जाने की कथा – इसे बड़ा दिन कहे जाने का मुख्य कारण यह है कि इस दिन सर्दियों में...
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December 8, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
कुतुबमीनार Qutab Minar प्रस्तावना-भारत की सबसे ऊंची मीनार के नाम से विख्यात कुतुबमीनार 238 फीट ऊंची बहुत प्राचीन इमारत है। यह राजधानी दिल्ली में रेलवे स्टेशन से 11 मील दूर दक्षिण में महरौली के पास स्थित है। प्राचीन काल में इस इमारत की सात मंजिलें थीं जिनमें से अब केवल पांच मंजिलें शेष हैं। इन पांच मंजिलों तक पहुंचने के लिए 378 सीढ़ियों को चढ़ना पड़ता है। पांचवीं मंजिल से दिल्ली...
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December 5, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
विद्यार्थी जीवन और अनुशासन Vidyarthi Jeevan Aur Anushasan मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। किसी समाज के निर्माण में अनुशसन की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। अनुशासन ही मनुष्य की श्रेष्ठता प्रदान करता है तथा उसे समाज में उत्तम स्थान दिलाने में सहायता करता है। विद्यार्थी जीवन में तो इसकी उपयोगिता और भी बढ़ जाती है क्योंकि यह वह समय होता है जब उसके व्यक्तित्व का निर्माण प्रारंभ होता है। दूसरे शब्दों...
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November 8, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary)1 Comment
सहशिक्षा Sah-Shiksha निबंध नंबर :- 01 सहशिक्षा से तात्पर्ण लडक़ों व लड़कियों का विद्यालय में एक साथ अध्ययन करना है। हमारे देश में अनेक रूढि़वादी लोग लंबे समय से सहशिक्षा का विरोध करते चले आ रहे हैं परंतु समय के बदलाव के साथ अब यह धीरे-धीरे कार्यान्वित हो रही है। इसमें विज्ञान का योगदान अधिक है जिसने मनुष्यों को अपनी पुरानपंथी सोच में बदलाव लाने का महती प्रयास किया है। सहशिक्षा...
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November 8, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary)4 Comments
शिक्षा और नैतिक मूल्य Shiksha aur Naitik Mulya जब हम शिक्षा की बात करते हैं तो सामान्य अथो्रं में यह समझा जाता है कि इसमें हमें वस्तुगत ज्ञान होता है तथा जिसके बल पर कोई रोजगार प्राप्त किया जा सकता है। ऐसी शिक्षा से व्यक्ति समाज में आदरणीय बनता है। समाज और देश के लिए इस ज्ञान का महत्व भी है क्योंकि शिक्षित राष्ट्र ही अपने भविष्य को संवारने में सक्षम...
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November 8, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary)1 Comment
शिक्षा का मौलिक अधिकार Shiksha ka Maulik Adhikar हमारे देश का संविधान विश्व का सबसे विस्तृत संविधान है। देश की स्वतंत्रता के 52 वर्षों तक हम शिक्षा को वह महत्व नहीं दे पाए जो उसे मिलना चाहिए। देश का प्रत्येक पांचवां बच्चा अशिक्षित है। बड़ी ही दुर्भाज्यपूर्ण बात है कि हमारे देश में आज भी लगभग 15 करोड़ बच्चे अशिक्षित हैं। इसका कारण यह है कि प्रतिवर्ष विभिन्न कारणों से लगभग...
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October 13, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत की वर्तमान शिक्षा नीति Bharat ki vartman Shiksha Niti निबंध नंबर : 01 शिक्षा किसी राश्ट्र अथवा समाज की प्रगति का मापदंड है। जो राष्ट्र शिक्षा को जितना अधिक प्रोत्साहन देता है वह उतना ही विकसित होता है। किसी भी राष्ट्र की शिक्षा नीति इस पर निर्भर करती है कि वह राष्ट्र अपने नागरिकों में किस प्रकार की मानसिक अथवा बौद्धिक जागृति लाना चाहता है। इसी नीति के अनुसार वह...
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October 13, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary)No Comment
संयुक्त राष्ट्र संघ और वर्तमान विश्व Sayukt Rashtra Sangh Aur Vartman Vishv अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य में द्वितीय विश्व युद्ध का सबसे बड़ा योगदान संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना के रूप में सामने आया। 24 अक्तूबर 1945 ई. को स्थापित इस विश्व संस्था का मुख्यालय उत्तरी अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में है। इस संस्था के गठन में अमरीका, रूस, इंज्लैंड, फ्रांस, चीन आदि देशों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। तब से लेकर अब...
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October 13, 2017 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment