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Posts tagged "Hindi Essay" (Page 154)
माता-पिता की शिक्षा में भूमिका Mata Pita ki Shiksha me Bhumika माता-पिता संतान के जन्मदाता ही नहीं, सब कुछ होते हैं। भारतीय परंपरा तो माँ के चरणों में स्वर्ग मानती है ।भारतीय परम्परा मई अभिभावकों की अहम् भूमिका रही है-बच्चे के व्यक्तित्व-निर्माण में। आज भारतीय जीवन में पाश्चात्य सभ्यता के प्रभाव से भौतिकवादी बुधिप्रधान दृष्टिकोण व्याप्त हो रहा है। सामाजिक परिवेश में परिवर्तन आ रहा है। आज माता-पिता की संतान से...
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December 5, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
समय का सदुपयोग Samay ka Sadupyog समय की परख ० समय के सम्मान से ही सफलता • समय की पालक प्रकृति एक बार महात्मा गांधी से किसी ने पूछा कि “जीवन की सफलता का श्रेय आप किसे देते हैं–शिक्षा, शक्ति । अथवा धन को।” उत्तर मिला-“ये वस्तुएँ जीवन को सफल बनाने में सहायक अवश्य हैं, परंतु सबसे महत्त्वपूर्ण । है-समय की परख। जिसने समय की परख करना सीख लिया उसने...
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December 5, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
विद्यार्थियों पर टीवी का प्रभाव Vidyarthiyo par TV ka Prabhav निबंध संख्या-: 01 प्रस्तावना • मनोरंजन के साधन के रूप में • शिक्षा के माध्यम के रूप में • निष्कर्ष टेलीविज़न की लोकप्रियता दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। यह हमारे मनोरंजन का आधुनिकतम एव सरा साधन है। इसने हमारे दैनिक जीवन, रहन-सहन पर भी प्रभाव डाला है। इस पर अनेक प्रकार के रोचक कार्यक्रमटेलीफ़िल्में, धारावाहिक, चित्रहार, चित्रगीत, संगीत, नाटक, कवि-सम्मेलन एवं...
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December 5, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
विद्यार्थी और अनुशासन Vidyarthi aur Anushasan अनुशासन का अर्थ • विद्यार्थी के जीवन में अनुशासन का महत्त्व • दोनों एक-दूसरे के पूरक जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अनुशासन की आवश्यकता होती है, क्योंकि अनुशासन के बिना शासन संभव नहीं। ‘अनुशासन’ का शाब्दिक अर्थ है-नियंत्रक द्वारा बनाए गए नियमों का अनुगमन करना अर्थात् पीछे-पीछे चलना, यदि और स्पष्ट रूप से कहें तो अनुशासन का अर्थ “व्यक्ति के विभिन्न क्रिया-कलापों को एक सीमा...
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December 5, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
पढ़ना-लिखना सीखो ओ मेहनत करने वालों Padhna Likhna sikho o mehnat karne walo शिक्षा का महत्त्व • साक्षरता अभियान • अभियान में कठिनाइयाँ • संचार माध्यमों का सहयोग शिक्षा कामधेनु के समान है जो मनुष्य की सभी इच्छाओं को प्रतिफलित करती है। शिक्षा के महत्त्व एवं आवश्यकता को देखते हुए प्रत्येक व्यक्ति की कामना होती है कि वह समय से पढ़-लिखकर परिवार एवं देश की उन्नति में सहयोग दे। किंतु भारत...
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December 5, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सच्चा मित्र Sacha Mitra निबंध नंबर : 01 सच्चा मित्र कौन? • मुख्य विशेषताएँ व कर्तव्य • कैसे करें चुनाव? सच्चा मित्र वही है जो मित्र के दु:ख में काम आता है। वह मित्र के कण जैसे दु:ख को भी मेरु के समान भारी मानकर उसकी सहायता करता है। एक सच्चा मित्र प्राणों से भी अधिक मूल्यवान होता है। मित्रता के अभाव में जीवन सूना हो जाता है। आचार्य रामचंद्र...
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December 5, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages3 Comments
वृक्षारोपण का महत्त्व Vriksharopan ka Mahatva वृक्षारोपण का अर्थ ० महत्त्व • वृक्षविहीन धरती का रूप • दुष्परिणाम वृक्षारोपण का अर्थ है- नए-नए वृक्षों को लगाना। वृक्षारोपण एक सामाजिक दायित्व है। पेड़-पौधों के साथ मानव का पुराना संबंध है। यदि ध्यान से देखा जाए तो वृक्षों के अभाव में जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकती। पेड़-पौधे मनुष्य की अनेक प्रकार की आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं तथा उनका पालन-पोषण...
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December 5, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
पर्यावरण Paryavaran पर्यावरण: वन और पर्यावरण • वनों की अन्य उपयोगिता • वन संरक्षण की आवश्यकता पर्यावरण से तात्पर्य है- हमारे चारों ओर का वातावरण, जहाँ हम रहते हैं, घूमते-फिरते हैं तथा जीवन व्यतीत करते हैं। इसी वातावरण में हम श्वास लेते हैं। यदि पर्यावरण प्रदूषित हो तो जीवन बीमारियों और कठिनाइयों से भर जाता है। पर्यावरण की रक्षा के लिए हम महत्त्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। यदि हर नागरिक...
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December 5, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment