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Posts tagged "अनुछेद" (Page 2)
भारत में बाल श्रम की समस्या Bharat mein Bal Shram ki Samasiya करोड़ों बच्चे बाल श्रम के निकृष्टतम रूपों को झेल रहे हैं जो ऐसे दुःस्वप्न की भांति है जिसका कभी भी अंत होता दिखाई नहीं पड़ता। बाल दासता, बाल वेश्यावृति, बच्चों का अवैध व्यापार, बच्चों का सैनिक के रूप में कार्य करना, इसकी एक अंतहीन फेहरिस्त है। ये मात्र शब्द ही नहीं है अपितु ये आज हमारे विश्व की...
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March 2, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत में भाषा संबंधी समस्या Bharat mein Bhasha sambandhi Samasya 1000 मिलियन से ज्यादा की आबादी और 1000 से अधिक भाषाओं वाला भारत निश्चित रूप से आज विश्व में सर्वाधिक बहुभाषीय राष्ट्र है। इस देश की दो राजभाषाएं, संविधान में अनुसूचित अट्ठारह मुख्य भाषाएं और 418 ऐसी सचीबद्ध भाषाएं हैं जो 10,000 अथवा उससे ज्यादा व्यक्तियों द्वारा बोली जाती है। इसके अतिरिक्त यहां 146 से अधिक विभिन्न अभिलिखित उपभाषाएं तथा...
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March 2, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
महिला सशक्तिकरण Mahila Sashaktikaran भारत सरकार ने नई सहस्राब्दि का शुभारम्भ वर्ष 2001 को महिला सशक्तिकरण के वर्ष के रूप में घोषित करके किया ताकि एक ऐसे दृष्टिपटल पर ध्यान संकेन्द्रित किया जा सके जब महिलाओं को पुरूषों के समान ही अधिकार मिलें। मानव संसाधन विकास मंत्री ने यह घोषणा की (महात्मा गांधी के विचार का समर्थन करते हुए): “जब तक भारत की महिलाएं आम जन जीवन में भाग नहीं...
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March 2, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सत्य की शिक्षा Satya ki Shiksha पूर्ण सत्य यह है कि इस संसार में कुछ भी पूर्ण नहीं है। प्रत्येक वस्तु सापेक्ष, अनुकूलित तथा अस्थायी है। कोई भी वस्तु अपरिवर्तनशील, चिरस्थायी, पूर्ण नहीं है और इसलिए सत्य की शिक्षा नहीं दी जा सकती है वरन यह अन्तर्निहित ही होता है। किसी भी व्यक्ति में सत्य अन्तर्निहित रहता है और कितनी भी शिक्षा से उसे स्थापित नहीं किया जा सकता है। अन्तर्निहित...
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March 2, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
विदेश में भारतीयों की समस्याएं Videsh mein Bharatiyo ki Samasyaye आज भारतीय प्रवासी समुदाय विश्व की संस्कृति में एक महत्वपूर्ण और कुछ अंश तक अनोखी ताकत के रूप में संघटित है। अनमान है कि “पूरे विश्व में लगभग 14 मिलियन विदेश में रहने वाले लोग भारतीय जिनमें विदेश से बसे हुए भारतीय नागरिक तथा साथ ही भारतीय मूल के ऐसे व्यक्ति शामिल हैं जिन्होंने विदेशी नागरिकता धारण कर ली है” उदाहरणस्वरूप...
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March 2, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
अतिथि देवो भव: Atithi Devo Bhava भारत में परम्परागत रूप से किसी मेहमान को ईश्वर के बाद दूसरा दर्जा दिया जाता है और इसलिए वह अत्यन्त महत्वपूर्ण होता है। प्रत्येक व्यक्ति से यह अपेक्षा की जाती है कि वह अपने मेहमानों का ध्यान रखें और उन्हें किसी भी तरह की तकलीफ न दे। दूसरी ओर, मेहमान को अपने मेजबान के प्रति पूर्णतया वफादार होना पड़ता है क्योंकि वह उसके घर का...
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March 2, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
पाठशाला में मनाया गया उत्सव – गणतंत्र दिवस गणतंत्र दिवस हमारा राष्ट्रीय पर्व है। प्रतिवर्ष 26 जनवरी को यह पर्व मनाया जाता है। 26 जनवरी सन् 1950 के दिन हमारा देश एक स्वतंत्र एवं पूर्ण गणराज्य बना था। इस दिन से ही देश में भारतीय संविधान लागू हुआ तथा उसके नियमों के अनुसार कामकाज प्रारंभ हुआ था। यद्यपि 15 अगस्त सन् 1947 को हमारा देश आजाद हो गया था, अतः उस...
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January 25, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मेरी रुचियां मनुष्य के जीवन में रुचियों का बड़ा महत्वपूर्ण स्थान है। रुचियाँ उसे रूखेपन से मोड़कर एक सहृदय और कोमल इंसान बनाने में सहायता करती हैं। एक व्यक्ति की अनेक रुचियाँ हो सकती हैं। किताबें पढ़ना, टहलना, तैरना, खेलना, डाक टिकिट संग्रह करना, डायरी लिखना, बागवानी करना, पक्षियों का अवलोकन करना, वन्य प्राणियों की जानकारी एकत्र करना, माचिस के लेबल एकत्र करना, प्राचीन सिक्कों का संग्रह, लोक गीतों का संग्रह,...
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January 25, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
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