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Posts tagged "अनुछेद" (Page 3)
प्रदूषित होते जल स्रोत वेदों में कहा गया है – जल ही जीवन है। जल जीवन की अनिवार्य जरूरत कसके बिना जीवन सम्भव नहीं है। जल स्रोत वे साधन हैं, जिनसे जीवधारियों को जल प्राप्त होता है। कुओं, नदी, तालाब, झरना, समुद्र आदि जल के स्रोत हैं। जनसंख्या की वृद्धि, सघनता और आधुनिक जीवन शैली ने हमारे जल स्रोतों को प्रदूषित कर दिया है। इस कारण मनुष्य सहित सभी जीव-जंतुओं के...
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January 23, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मेरा प्रिय नेता – पंडित जवाहरलाल नेहरू पंडित जवाहर लाल नेहरू एक युग निर्माता एवं युग सृष्टा थे। इस महापुरुष का आविर्भाव उस समय हुआ, जब देश अंग्रेजों के क्रूर शासन से पीड़ित था और साम्प्रदायिकता का विष वमन हो रहा था। उन्होंने न केवल हमारे देश को दासता की बेड़ियों से मुक्त कराया वरन् शान्ति, सहअस्तित्व एवं तटस्थता की नीति के आधार पर भारत को विश्व के अग्रगण्य एवं प्रगतिशील...
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January 23, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
महापुरुष की जीवनी – महात्मा गाँधी 2 अक्टूबर को सारे देश में गाँधी जयंती मनाई जाती है। इसी दिन सन 1880 को गुजरात प्रदेश के पोरबंदर नामक स्थान पर मोहनदास करमचंद गाँधी का जर हुआ था। गाँधीजी के पिताजी का नाम करमचंद गाँधी तथा माताजी का नाम पुतली बाई था। उनके पिता पोरबंदर के दीवान थे। उनकी माताजी धार्मिक विचारों युक्त ममतालु तथा सद्विचारों को मानने वाली महिला थीं। गाँधीजी...
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January 23, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
धार्मिक पर्व – दीपावली मनुष्य को जीवन में पल-पल समस्याओं से जूझना पड़ता है। इन समस्याओं से जूझने में उसे अपनी सारी शक्ति लगा देनी पड़ती है। अतः मनुष्य चाहता है कि उसे कुछ क्षण ऐसे मिलें, जिसमें वह सुख एवं प्रसन्नता का अनुभव करे। मानव जीवन में शान्ति और आनंद की अनुभूति उत्पन्न करने की दृष्टि से त्योहारों का सूत्रपात हुआ। प्रत्येक समाज के अपने-अपने त्योहार होते हैं। मुसलमानों के...
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January 23, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
धार्मिक पर्व – होली प्रस्तावना विश्व के प्रत्येक देश में त्योहार मनाये जाते हैं। इन त्योहारों के माध्यम से समाज की सांस्कृतिक परम्पराओं का आभास मिलता है। मुसलमानों की दुष्टि से ‘ईद’ का एवं ईसाईयों की दृष्टि से ‘क्रिसमस’ का त्योहार महत्वपूर्ण है। इसी प्रकार हिन्दुओं की दुष्टि से रक्षाबंधन, दीपावली, विजयादशमी, होली आदि के त्योहार अपना विशेष महत्व रखते हैं। होली के त्योहार की महत्ता होली का त्योहार फाल्गुन...
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January 23, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मेले का वर्णन मेले हमारी सांस्कृतिक एकता के प्रतीक हैं। मेले प्रायः पवित्र नदियों के किनारे भरते हैं। गंगा, यमुना, नर्मदा, क्षिप्रा आदि पवित्र नदियाँ मानी गई हैं। जनश्रुति है कि विशिष्ट अवसरों पर जो लोग इन नदियों में स्नान करते हैं, उन्हें पुण्य लाभ होता है। देश के केन्द्र में अवस्थित जबलपुर नगर के किनारे से नर्मदा नदी बहती है। इसी नदी पर एक जल-प्रपात है, जिसे धुआँधार के नाम...
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January 23, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
पाठशाला में खेला गया मैच प्रस्तावना खेलों का इतिहास उतना ही पुराना है, जितना कि स्वयं मनुष्य। आदि-मानव के आखेट, श्रीकृष्ण का गेंद खेलना, दशरथ का शिकार खेलना, कौरव-पांडवों की चूत क्रीड़ा आदि की कथाएँ इंगित करती हैं कि मनुष्य अपने विकास के प्रारंभिक दौर से ही क्रीड़ा प्रेमी रहा है। समय-समय पर खेलों का स्वरूप बदलता गया है। आज के संदर्भ में भी खेलों में छात्रों की रुचि जागृत करने...
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January 23, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
धार्मिक पर्व – विजयादशमी प्रस्तावना प्रत्येक त्योहार अपना धार्मिक, सामाजिक एवं ऐतिहासिक महत्व रखता है। विजयादशमी असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है। विजय श्री उन्हीं लोगों को प्राप्त होती है, जो पूर्ण निष्ठा और लगन के सा। अन्याय, अत्याचार एवं उत्पीड़न का सामना करते हैं। ‘सत्यमेव जयते’ ही भारतीय संस्कृति का निचोड़ है। इसी तारतम्य में विजयादशमी का त्योहार मनाया जाता है। विजयादशमी के त्योहार की पृष्ठ भूमि...
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January 23, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
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