Hindi Letter “Vasiyat ka Nishpadak Banane ka Patra”, “वसीयत का निष्पादक बनाने का पत्र” Hindi Letter for Class 10, Class 12 and Graduate Classes
वसीयत का निष्पादक बनाने का पत्र
Vasiyat ka Nishpadak Banane ka Patra
प्रियवर राज,
मेरे मन में तुम्हारे लिए एक विचार आया है, आशा है इस सम्बन्ध में अपनी सहमति दोगे। जैसा कि तुम जानते हो मेरा पुत्र अभी व्यसक नहीं है और मुझे प्रतीत होता है कि मौत मेरे घर पर आकर खड़ी हो गई है। मेरी इच्छा है कि मैं तुम्हें अपनी वसीयत का निष्पादक बनाऊँ।
मैं विश्वास के साथ कह सकता हूँ कि तुम्हारे अलावा कोई दूसरा ऐसा नहीं है जो पूरी जिम्मेदारी और समझदारी के साथ मेरी वसीयत के निष्पादक के कर्तव्य को निभा सकें, इसलिए निष्पादक के रूप में अपनी वसीयत में मैं तुम्हारा नाम शामिल कर रहा हूँ।
मैं जानता हूँ कि यह जिम्मेदारीभरा कार्य है, लेकिन यदि तुम अपनी सहमति दे देते हो तो मृत्यु के उपरान्त मेरी आत्मा को पूर्ण शान्ति मिलेगी।
मेरे मन को इस बात का पूर्ण सन्तोष रहेगा कि मेरे बाद मेरे बेटे का भविष्य एक जिम्मेदार व्यक्ति के हाथों में सुरक्षित है।
तुम्हारा स्नेही,
चाचा
उपरोक्त का उत्तर
आदरणीय चाचाजी,
आपकी भावी आशंका के बारे में जानकारी पाकर मुझे दिली दुःख हुआ। आप व्यर्थ ही अपने पुत्र के भविष्य को लेकर चितिंत रहते है। यदि दुर्घटना से आसामयिक मृत्यु आ भी जाती है तो भी विश्वास रखना चाहिए कि आपके पुत्र का भविष्य सुरक्षित रहेगा।
आपकी यही इच्छा है कि मेरा नाम वसीयत के निष्पादक के रूप में रहे तो मैं इस सम्बन्ध में अपनी सहमति प्रकट करता हूँ।
आपका आज्ञाकारी,
राज