Hindi Letter “Dahej ki mang ka virodh karte hue aur shadi ka prastav thukrate hue ladki dwara patra ” Hindi Letter for Class 10, Class 12 and Graduate Classes
दहेज की माँग का विरोध करते हुए तथा शादी के प्रस्ताव को ठुकराते हुए लड़की द्वारा लिखा गया एक पत्र
वाराणसी,
17 अक्टूबर, ……..
प्रिय,
बहुत समय बाद तुम्हारा समाचार प्राप्त हुआ। मैं आशा करती हूँ कि तुम और तुम्हारे माता-पिता स्वज्य होगे।
मेरी अन्तिम वर्ष की परीक्षाएँ समाप्त हो गई है। मैं सभी पर्चों में अच्छे अंको की आशा कर रही हूँ। यद्यपि मैं चाहती हूँ कि आगे अपनी पढ़ाई जारी रखूँ लेकिन मेरे माता-पिता मेरी शादी की जल्दी में हैं। पिछले एक महीने में कई प्रस्ताव आए और मेरे माता-पिता उनमें से एक प्रस्ताव पर बहुत ही रूचि ले रहे हैं। लड़का एक निजी संस्था में अच्छे पद पर काम कर रहा हैं और उसका परिवार सम्माननीय परीवारों में गिना जाता है। लेकिन वे घरेलू चीजों के अलावा दहेज में एक बड़ी रकम की माँग कर रहे हैं। जब मैंने शादी के लिए बिल्कुल मना कर दिया था तब मेरे माता-पिता ने इस रकम का प्रबन्ध करने के लिए मैं केवल तभी शादी के लिए सहमति दूँगी जिसमें कि दहेज की कोई मांग नहीं होगी। मैं सोचती हूँ कि मैंने सही निर्णय लिया है।
मैं तुम्हारे जवाब की प्रतीक्षा है।
तुम्हारी प्रिय,
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उपरोक्त का उत्तर
मेरठ
22 अक्तुबर, ……
प्रिय,
मैं तुम्हें तुम्हारे साहसिक और समझदारी मेरे निर्णय लेने पर तुम्हंे बधाई देना चाहूँगी कि तुम केवल वहाँ पर ही शादी करोगी जहाँ कि दहेज की माँग नहीं होगी। यह तुम्हारी ओर से बहुत समझदारी की बात है।
यह एक जरा जाहिर बात है कि निर्दोष लड़कियों को लालची ससुराल वाले विभिन्न तरीकों से प्रताड़ित करते हैं कि जिनकी कि दहेज की माँग कभी भी पूरी नहीं होती, जिनका ज्यादा आप दहेज देगें उतना ही और अधिक माँगने के लिए प्रताड़ित किया जायेगा। हम सभी जानते है कि ज्यादातर बहु जलाने के मामले दहेज की माँग पूरा न कर पाने की बजह से होते हैं। वे माता-पिता जो दहेज दे रहे हैं इस कुप्रथा को बढ़ावा दे रहे हैं। उनकी लड़कियाँ शांति और खुशी के साथ नहीं रह सकेगीं, क्योंकि वे अधिक दहेज लाने के लिए दिमागी तथा शारीरिक तौर पर प्रताड़ित की जायेगी।
इन वास्ताविकताओं को ध्यान में रखते हुए तुम्हारा अपनी शादी में दहेज न देने का निर्णय बहुत सराहनीय है। यदि ज्यादा से ज्यादा लड़कियाँ इस तरह के निर्णय लंे तो यह दहेज नाम की बुरी प्रथा पूरी तरह समाप्त हो जायेगी।
तुम्हारा प्रिय,
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