Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Man Ke Hare Haar Hai Man ke Jite Jeet” “मन के हारे हार हैं मन के जीते जीत” for Class 10, 12 Examination.
मन के हारे हार हैं मन के जीते जीत (Man Ke Hare Haar Hai Man ke Jite Jeet)
जीवन की विषम परिस्थितियाँ कभी-कभी हम पर इतनी हावी हो जाती है कि हम मन ही मन घुटने लगते हैं। नतीजतन हम अपनी क्षमता को खो बैठते हैं और हमारी नैसर्गिक प्रतिभा भी हमसे रूठ जाती है। अवसाद ग्रस्त होकर खुद ही हीनता से जकड़ जाते हैं। असफलता और निराशा मनुष्य को लक्ष्य से भटकाती है। वह साधन संपन्न होते हुए भी सबसे नज़रें चुराता है। हमें अपने दृष्टिकोण में परिवर्तन लाकर आत्मविश्वास के बल पर विवेक से काम लेना होगा। कहा भी गया है ‘मन के हारे हार मन के जीते जीत’ अर्थात् जो मन से हार जाता है वह अपनी इंद्रियों का गुलाम बन जाता है और सफलता से दूर हो जाता है। जिसने अपने मन को जीत लिया है दुनिया में वही व्यक्ति विजयी होता है। यहद वह अपनी ऊर्जा को एकत्रित कर सकारात्मक कार्यों में लगाएँ और अपने दृष्टिकोण को परिवर्तित करे तो सफलता प्राप्त हो सकती है। हमें दूसरों की कमजोरियों को नहीं बल्कि अपनी कमज़ोरी को दूर करने का प्रयास करना चाहिए। फालतू की बातों को न सोचकर परिष्कृत सोच को अपनाना चाहिए और लक्ष्य प्राप्ति के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए। अंततः विजयश्री उसके कदम चूमेगी।