Hindi Essay, Paragraph, Speech on “Ladkiyo Ki Shiksha” “लड़कियों की शिक्षा” for Class 10, 12 Examination.
लड़कियों की शिक्षा (Ladkiyo Ki Shiksha)
भारतीय सामाजिक व्यवस्था में लड़कियों के जन्म पर घर में प्रसन्नता नहीं मनाई जाती थी। उसे जन्म के साथ ही आजीवन भेदभाव, प्रताड़ना, कुपोषण और शोषण का शिकार बनाया जाता था। ऐसी परिस्थितियों में शिक्षा रूपी अस्त्र से ही लड़कियों ने अपने सामाजिक, नैतिक अधिकार पाए और आज तमाम कठिनाईयों को झेलते हुए भी शिक्षित और सशक्त मला के रूप में बराबरी से खड़ी हो पा रही है। आज लड़कियों की शिक्षा को राष्ट्रीय एक आवश्यकता के रूप में अनिवार्य कर दिया गया है और सरकार ने उनके लिए सुनियोजित योजनाएँ भी बनाई हैं परिणामतः उनकी स्थिति में काफी सुधार आया है। आज की बालिकाएँ बालकों से किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं।
आज के प्रतियोगी युग में वे भी लड़कों को रोज ही पीछे छोड़ती हुई नित नई उड़ान भर रही है। लेकिन आज भी कुछ ऐसी बाधाएँ हैं जो लड़कियों को शिक्षा के अधिकार से वंचित कर रही हैं, ये हैं-स्कूल की दूरी, उचित परिवहन का अभाव, सुरक्षा का अभाव, गरीबी और अलग शौचालय का न होना। एक बड़ा कारण उनके साथ दुर्व्यवहार होना भी है। इन सभी समस्याओं का समाधान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा चलाए गए ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ मुहिम में नज़र आता है। प्रत्येक बालिका को शिक्षा का अधिकार देकर हम उनके सपनों को पंख दे सकते हैं।