Home » Languages » Hindi (Sr. Secondary) » Hindi Essay, Paragraph on “कवि और कल्पना”, “Kavi aur Kalpana” 150 words Complete Essay for Students of Class 9, 10 and 12 Exam.
Hindi Essay, Paragraph on “कवि और कल्पना”, “Kavi aur Kalpana” 150 words Complete Essay for Students of Class 9, 10 and 12 Exam.
कवि और कल्पना
Kavi aur Kalpana
कवि का सृजन
कवि कला
कल्पना का प्रभाव
कवि जानबूझकर लीक से हटकर सर्जन करता है। सब उसकी रचना के विषय में जानते हैं, परंतु कवि की सफलता इस बात में है कि श्रोता इस रचना से उत्पन्न रसधारा में इस प्रकार बह जाए कि उसको उसके उद्गम की स्मृति भी न रहे। दर्शक यह जानता है कि अभिनेता राजा-रानी नहीं हैं, रंगमंच पर न कोई मरता है, न कोई मारता है, परंतु कवि और नट की कला की यही कसौटी है कि प्रेक्षक स्वयं को भूल जाएँ। वह यह भी भूल जाएँ कि हम खेल देख रहे हैं और उतनी देर के लिए पात्रों के साथ तादात्म्य हो जाएँ। इस प्रकार अलीक के द्वारा कलाकार द्रष्टा और श्रेष्ठ के अधव स्व को शद्ध करता है, उनके चित्र में ऐसे भक्तों को जगाता है जो आमतौर पर उनके जीवन में न उठते हैं। तथा संपूर्ण मानवजाति को मृत्यु-भय से आतंकित कर रहे हैं।