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Archive by category "Languages" (Page 134)
जीवन एक युद्ध है Jeevan ek yudh hai किसी ने सच कहा है कि संसार फूलों की नहीं, काँटों की शय्या है। जीवन रूपी संग्राम में केवल वे ही मनुष्य विजय प्राप्त करते हैं, जो संतोष, धैर्य, बुद्धि और वीरता से काम लेते हैं। जीवन में पग-पग पर बाधाएँ तथा कठिनाइयाँ आती हैं। उनको पार कर सफलता प्राप्त करना सरल कार्य नहीं है। मनुष्य का बचपन तो खेल-कूद में ही व्यतीत...
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November 17, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
बाधाएँ जीवन को सुंदर बनाती हैं Badhaye Jeevan ko sundar banati hai हर मनुष्य चाहता है कि उसका जीवन सुखी हो। वह हमेशा अनुकूल परिस्थितियों की ही कामना करता है लेकिन जीवन के निर्माण में बाधाओं का महत्त्व भी कम नहीं है। जीवन में जहाँ फूल हैं वहाँ काँटे भी हैं। कौन जानता है कि जीवन में किस समय क्या विपत्ति आएगी। सुखों से पला हुआ मनुष्य बाधाएँ देखने के बाद...
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November 17, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
परोपकार ही जीवन है Paropkar hi Jeevan hai विद्वानों का कहना है कि परोपकार के लिए वृक्ष फलते हैं, नदियाँ बहती हैं, गऊमाता दूध देती हैं और सज्जन पुरुषों का ऐश्वर्य दूसरों के हित में रहता है। इसी प्रकार सूर्य-चन्द्रमा भी दूसरों की भलाई में रत हैं। इसी हेतु धरा सभी प्राणियों के भार को सहन करती है। मेघ बरस-बरस कर सबके लिए अन्न पैदा करते हैं। इससे स्पष्ट है कि...
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November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
अहिंसक कायर और वीर? Ahinsak Kayar aur Veer? प्रेम की पराकाष्ठा ही अहिंसा है। अहिंसा वास्तव में वह प्रवत्ति है कि हम जो उचित तथा न्यायसंगत समझते हैं उसे निर्भय होकर करते जाएँ। अहिंसक वीर अन्याय और अनीति के सामने सिर नहीं झकाता। अत्याचार और अन्याय का मुकाबला वह सहिष्णुता और नैतिक बल से करता है। अत्याचारी और अन्यायी से बदला लेने की भावना उसके मन में कभी नहीं उपजती। अहिंसक...
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November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
शक्ति ही शांति का स्रोत है Shakti hi Shanti ka Strot hai शक्ति ही शांति का स्रोत है-इस तथ्य की पुष्टि जीवन के किसी भी क्षेत्र से की जा सकती है। इस संसार में जीने का अधिकार केवल उसे प्राप्त रहा है जिसमें भरपूर शक्ति है। इस संसार में कौन सुख-शांति का उपभोग करे, इसका अंतिम निर्णय शक्ति द्वारा ही होता है। संस्कृत की एक उक्ति है-‘वीर भोग्या वसुंधरा’ अर्थात वीर...
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November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
चरित्रबल Charitrabal चरित्रबल मनुष्य का सर्वोत्तम गुण है। चरित्र ऐसा हीरा है जो अन्य सभी पाषाण खंडों को काट देता है। मनुष्य अपने चरित्र की शक्ति से अनेकानेक आपत्तियों, विपत्तियों, कठिनाइयों और बाधाओं का सामना कर सकता है। चरित्र एक शक्ति है, प्रभाव है वह मित्र उत्पन्न करता है, सहायता और संरक्षण प्रदान करता है, धन, यश तथा सुख का निश्चित मार्ग खोलता है। चरित्र किसी व्यक्ति, समाज अथवा राष्ट्र की...
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November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
अहिंसा परमो धर्म Ahinsa Parmo Dharma दूसरों के लिए प्राणार्पण करना प्रेम की पराकाष्ठा है और उसका शास्त्रीय नाम अहिंसा है। अहिंसा की शक्ति में विश्वास रखने वाला व्यक्ति कभी किसी को हानि नहीं पहुंचाता। हिंसा के मुकाबले में लाचारी का भाव आना अहिंसा नहीं कायरता है। अहिंसा को कायरता के साथ नहीं मिलाना चाहिए। जब कोई व्यक्ति अहिंसा की कसौटी पर खरा उतरता है तो अन्य व्यक्ति स्वयं ही उसके...
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November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
साहस Sahas मनुष्य के सभी गुणों में साहस सर्वोत्तम है क्योंकि यह सभी गुणों की जननी है। मानव-इतिहास में जो कुछ पठनीय है, वह मनुष्य के साहस और वीरता की कहानी है। संकट में साहस से काम लेना आधी सफलता प्राप्त कर लेना है। जो मनुष्य कभी साहस नहीं छोड़ता, वह कभी पराजित नहीं होता। मिल्टन का कथन है-‘युद्ध में पराजित हो गए तो क्या चिंता है, सब कुछ तो पराजित...
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November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment