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Bharat mein Sahkari Sansthayen “भारत में सहकारी संस्थाएं” Hindi Essay 1000 Words for Class 10, 12 and Higher Classes Students.

भारत में सहकारी संस्थाएं

Bharat mein Sahkari Sansthayen

संयुक्त राष्ट्र ने 2012 को सहकारी संस्थाओं का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष घोषित किया है एवं इसके द्वारा आर्थिक-सामाजिक विकास में उनके योगदान विशेषकर सहकारी संस्थाओं के द्वारा गरीबी उन्मूलन, रोजगार सृजन एवं सामाजिक एकता के क्षेत्र में किये जाने वाले उनके कार्यों एवं योगदान को स्वीकार्यता दी है।

“सहकारी संस्थाएं एक बेहतर विश्व का निमार्ण करती है” इस वर्ष में पूरे विश्व में सहकारी संस्थाओं के स्थापना एवं विकास को प्रोत्साहित किया जायेगा। इसके साथ ही सहस्याब्दी विकास लक्ष्य जैसे अन्य विकास कार्यक्रमों को पूरा करने में सहायक सहकारी संस्थाओं की पहचान के लिए व्यक्तियों, संस्थाओं एवं सरकारों को प्रोत्साहित किया जायेगा एवं उनकी सहायता की जायेगी।

संयुक्त राष्ट्र सामान्य सभा ने अपने प्रस्ताव A/RES/64/136 पारित किया है। इस प्रस्ताव के द्वारा संयुक्त राष्ट्र, सभी सदस्य राष्ट्रों एवं अन्य शेयरधारकों से IYC (अ.स.व.) का लाभ उठाते हुए सहकारिता संस्थाओं को बढ़ावा देने के लिए कहा गया है। साथ ही आर्थिक-सामाजिक विकास में इनके योगदान के बारे में आम लोगों को जागरूक करने के लिए भी कहा गया है।

हमारे लिए यह जानना आवश्यक है कि सहकारी संस्थायें क्या होती हैं ? यह अन्य संस्थाओं से किस प्रकार भिन्न हैं? एवं सहकारी संस्थाओं के सदस्यों एवं समाज को इनसे क्या लाभ है?

सहकारी संस्थाएं ऐसी व्यापारी समूह होते है जिनमें वे अपने सदस्यों के लिये ही कार्य करते हैं। सदस्य आधारित होने के कारण ये अपनी स्थापना में अन्य समूहों में भिन्न होते हैं। इसी कारण इनके द्वारा लिये गये फैसलो में संस्थागत लाभ के साथ सदस्यों एवं सामुदायिक लाभ का भी ध्यान रखा जाता है।

सहकारी संस्थाओं के विभिन्न स्वरूप होते हैं एवं ये समाज के सभी क्षेत्रों में कार्य करती है। लगभग सभी संस्थाओं में अनन्य सिद्धान्तों पर आधारित कार्य होते हैं जो सदस्यों के आवश्यकतानुसार होते है।

अ.स.व. (IYC) एक अलग प्रकार से किये जाने वाले व्यापार का उत्सव मना रहा है। जहाँ व्यापार लालच पर नहीं बल्कि आवश्यकताओं पर आधारित होता है, जहाँ वे सभी सदस्य जो इस सहकारी समूहो के सदस्य होते हैं इस व्यापार का लाभ लेते हैं जबकि सामान्य व्यापारिक संस्थाओं में केवल शेयरधारकों को लाभ में हिस्सा मिलता है।

अ. स.व. राष्ट्रीय सरकारों, व्यापार समूहों एवं सबसे महत्वपूर्ण आम जनता का ध्यान सहकारी संस्थाओं के कार्य कलापों एवं उनके द्वारा हो रहे आर्थिक-सामाजिक लाभ की ओर ले जाएगा।

सहकारी संस्थाओं के अन्तराष्ट्रीय संगठन अंतराष्ट्रीय सहकारी संघों I.C.A. ने अंतराष्ट्रीय सहकारी वर्ष का प्रयोग पूरी दुनियाँ में सहकारी संस्थाओं के प्रती आम लोगों में जागृति लाने के लिए निश्चित किया।

लक्ष्य

संयुक्त राष्ट्र जब भी किसी वर्ष को किसी विषय संबंधित वर्ष घोषित करता है, तो वह उसके वैश्विक महत्त्व को ध्यान में रखता है। इसको ध्यान में रखते हुए 2012 को अंतराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष घोषित किया गया। क्योंकि स.रा.भी सहकारी अधारित है।

(i) सहकारी संस्थाओं एवम उनके सामाजिक आर्थिक विकास में योगदान के बारे में जन-जागृति लाना तथा सहस्रबादी विकास लक्ष्य को प्राप्त करना।

(ii) सहकारी संस्थाओं की स्थापना एवं विकास को प्रोत्साहित करना।

(iii) सरकारों को सहकारी संस्थाओं के निर्माण, विकास एवं स्थायित्व से संबंधित नीति बनाने के लिये प्रेरित करना ।

आज की पीढी सामाजिक बदलाव लाने वाली पीढ़ी है। 2012 लोगो के मन में सहकारिता से सम्बन्धित उठने वाली वैश्विक आर्थिक एवं समाजिक चुनौती से संबंधित प्रश्नों के उतर देने का मौका देता है।

2012 I.C.A. को जीवन में मिलने वाली एक मात्र अवसर की तरह मौका उपलब्ध करा रहा है। इसने हमें एक मौका दिया है कि हम भविष्य निर्माण में सहकारी संस्थाओं के योगदान पर बात कर सके। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 1.C.A ने 1.5 मिलियन स्विस फ्रैंक का बजट तय किया है।

I.C.A सदस्यों ने सं.रा. से 2012 को नामित करने के लिए कड़ी मेहनत की है। और हम जानते है कि राष्ट्रीय संस्थायें भी अपने इस वर्ष की वार्षिक कार्यनीति के लिए फंड चाहते हैं। यद्यपि यह अब हम सबकी जिम्मेदारी है कि हमारा संदेश केवल सहकारी संस्थाओं तक न पहुंच कर आम लोगों तक पहुचें। I.C.A. के डायरेक्टर जेनरल चाल्स गोड के अनुसार हम सही रास्ते पर हैं। और हमने अपने लक्ष्य का एक तिहाई हासिल कर लिया है।

समुदायों के लिए अं.स.व. एक मौका देता है कि वो अपने सहकारिता विभेदों का उत्सव मना सके और उसपर संवाद कर सकें।

I.C.A. ने इन उत्सवों के लिए एक कैलेन्डर लाँच किया है जिसमें पूर्ण खोज सुविधा उपलब्ध हैं जिसके द्वारा उस बेब पेज पर आने वाला कोई भी आगंतुक सहकारिता घटनाओं को अपलोड कर सकता है या अन्य सहकारिता उत्सवों को खोज सकता है।

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