Home » Posts tagged "Hindi Speech" (Page 27)

Hindi Essay, Moral Story “Goo ka kida goo me hi khush rehta hai ” “गू का कीड़ा गू में ही खुश रहता है” Story on Hindi Kahavat for Students of Class 9, 10 and 12.

Hindi-Proverb-stories
गू का कीड़ा गू में ही खुश रहता है Goo ka kida goo me hi khush rehta hai    एक गुबरैला था। वह लगभग अपने आकार की गू की गोली बनाकर कभी आगे के पैर से बढ़ाता और जब उसे गोली चढ़ाई पर चढ़ानी होती तो उलटा चलता। पीछे के पैरों से गोली को चढ़ाता। कभी गोली लुढ़कती, तो उसके साथ खुद भी ऊपर-नीचे लुढ़कता हुआ नीचे आ गिरता। यह उसका...
Continue reading »

Hindi Essay, Moral Story “Maar se to bhoot bhi bhagta hai ” “मार से तो भूत भी भागता है” Story on Hindi Kahavat for Students of Class 9, 10 and 12.

Hindi-Proverb-stories
मार से तो भूत भी भागता है Maar se to bhoot bhi bhagta hai  एक नगर में एक मकान था। उसे जो भी किराए पर लेता था, थोड़े दिन में ही उस परिवार के किसी-न-किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती थी। वह मकान इतना बदनाम हो गया था कि उसे कोई किराएदार सस्ते किराए पर भी लेने को तैयार नहीं होता था। लोगों का कहना था कि इस मकान में भूत...
Continue reading »

Hindi Essay, Moral Story “Jisko na de Maula, Uskoko kya dega Asafuddowla” “जिसको न दे मौला, उसको क्या देगा आसफउद्दौला” Story on Hindi Kahavat

Hindi-Proverb-stories
जिसको न दे मौला, उसको क्या देगा आसफउद्दौला Jisko na de Maula, Uskoko kya dega Asafuddowla एक फकीर ने एक गांव के किनारे डेरा लगा लिया। फकीर सुबह ही गांव में भीख मांगने निकल आता था। इसी गांव में एक दिन उस रियासत का एक कारिंदा आया। इस गांव में फकीर को भीख मांगते देखकर उसे अचरज हुआ। यह गांव आसफउद्दौला की रियासत का था और उसकी रियासत में कोई भीख...
Continue reading »

Hindi Essay, Moral Story “Ishwar jo kuch karta hai, Accha hi karta hai ” “ईश्वर जो कुछ करता है, अच्छा ही करता है” Story on Hindi Kahavat for Students

Hindi-Proverb-stories
ईश्वर जो कुछ करता है, अच्छा ही करता है Ishwar jo kuch karta hai, Accha hi karta hai  एक बार एक राजा शिकार खेलने गया। उसके साथ सेनापति तथा कुछ सिपाही थे। शिकार करते समय थोड़ी असावधानी हो गई और राजा की एक उंगली कट गई। उंगली कटते ही राजा थोड़ा ठिठक गया और इतने में ही शिकार घायल अवस्था में ही निकलकर भाग गया। कुछ सिपाही शिकार के पीछे दौड़े...
Continue reading »

Hindi Essay, Moral Story “Angoor Khatte hai” “अंगूर खट्टे हैं” Story on Hindi Kahavat for Students of Class 9, 10 and 12.

Hindi-Proverb-stories
अंगूर खट्टे हैं Angoor Khatte hai गाँव से लगा हुआ एक जंगल था। जंगल में जगह-जगह चौरस जमीन थी, जिस पर खेती होती थी। बाग-बगीचे थे। उसी जंगल में एक लोमड़ी रहती थी। एक दिन वह हिरन की तरह चौकड़ी भरती हुई मेड़ों और खेतों को पार करती चली जा रही थी। जब वह एक बाग के पास से निकली, तो थोडा ठिठकी। वहां उसे लगा कि बाग से मीठी-मीठी महक...
Continue reading »

Hindi Essay, Moral Story “Jiska kaam usi ko sare” “जिसका काम उसी को साजे” Story on Hindi Kahavat for Students of Class 9, 10 and 12.

Hindi-Proverb-stories
जिसका काम उसी को साजे Jiska kaam usi ko sare एक धोबी था। उसके यहां एक गधा था और एक कुत्ता। धोबी सवेरे कलेवा करता और गधे पर कपड़ों की लादी लादकर चल देता। नदी पर धोबीघाट पर कपड़े धोता-सुखाता और शाम को घर आ जाता। कुत्ता कभी घर पर रहता, कभी घाट पर साथ जाता। धोबी कुत्ते को बहुत प्यार करता था। कुत्ता पूंछ हिलाकर धोबी का स्वागत करता। कुत्ता...
Continue reading »

Hindi Essay, Moral Story “Jo kuan khodta hai, wahi girta hai” “जो कुआं खोदता है, वही गिरता है” Story on Hindi Kahavat for Students

Hindi-Proverb-stories
जो कुआं खोदता है, वही गिरता है Jo kuan khodta hai, wahi girta hai एक बादशाह था। उसके महल की चारदीवारी में ही वजीर और एक कारिंदे का आवास था। वजीर और कारिंदे के एक-एक लड़का था। दोनों लड़के आपस में पक्के दोस्त थे। दोनों हम-उम्र थे और एक ही कक्षा में साथ-साथ पढ़ते थे। दोनों खेलते भी साथ-साथ थे। एक-दूसरे के घर आना-जाना खूब था। कारिंदे का लड़का वजीर को...
Continue reading »

Hindi Essay, Moral Story “Bicchu to Dank marta hi hai” “बिच्छू तो डंक मारता ही है” Story on Hindi Kahavat for Students of Class 9, 10 and 12.

Hindi-Proverb-stories
बिच्छू तो डंक मारता ही है Bicchu to Dank marta hi hai   फूलों की घाटी में एक गांव था। गांव के बाहर हरियाली और खेत थे। घाटी से उतरता हुआ एक पतला-सा झरना खेतों और मैदानों से होकर बह रहा था। दूर मैदान में चौपाए घास चर रहे थे। बहते पानी के पास चार-पांच लड़के खड़े थे और पत्थर के छोटे-छोटे टुकड़े पानी में फेंक रहे थे। उधर ही एक...
Continue reading »