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Posts tagged "Hindi Speech" (Page 2)
स्वच्छता अभियान (Swachhta Abhiyan) स्वच्छता अभियान भारत सरकार द्वारा 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गाँधी की 145 वें जन्मदिन के अवसर पर आधिकारिक तौर पर राजघाट में शुरू किया गया था। भारत सरकार ने 2 अक्टूबर 2019 तक भारत को स्वच्छ भारत बनाने का उद्देश्य रखा है। यह एक स्वच्छ भारत की कल्पना से प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा राजनीति से मुक्त देशभक्ति भरा कदम है यह सभी नागरिकों के लिए...
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October 23, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
अपनी भाषा प्यारी भाषा : हिन्दी (Apni Bhasha Pyari Bhasha : Hindi) इसका स्वाभिमान न मिटने देंगे नित-नित इसको गौरव देंगे।” हमारे देश भारत की राष्ट्रभाषा हिंदी है जो देश के अधिकतर निवासियों द्वारा बोली एवं समझी जाती है। देश की राष्ट्रभाषा का सम्मान करना सभी भारतीयों का कर्त्तव्य है। वैसे भी व्यक्ति को अपनी मातृभाषा से, राष्ट्रभाषा प्यार होना ही चाहिए। इसमें हम जितनी सहजता से अपनी बात बोल या...
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October 23, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
कंप्यूटर के लाभ-हानी (Computer Ke Labh-Hani) वर्तमान युग विज्ञान का युग है। वर्तमान समय में कंप्यूटर का स्थान विज्ञान के वरदानों में सर्वोपरि बनता चला जा रहा है। आज चारों ओर कंप्यूटर की चर्चा होती है। कंप्यूटर आज के युग की जरूरत बन गयी है। कंप्यूटर की विभिन्न क्षेत्रों में विशेष भूमिका है। यह हमारे सभी कामों में सहायता करता है। रेलवे, भवनों, मोटर, गाड़ियों आदि के डिजाइन तैयार करने में,...
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October 23, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
दहेज प्रथा : एक अभिशाप (Dahej Prath : Ek Abhishap) भारत में अनेक सामाजिक समस्याएँ हैं जिनमें से दहेज प्रथा एक अभिशाप का रूप ले चुकी है। इसके कारण कई माता-पिता लड़कियों को बोझ समझते हुए उसे जन्म भी देना नहीं चाहते। यह एक निंदनीय बात है। दहेज कम लाने पर वधु को ससुराल में भी प्रताड़ित किया जाने लगता है। कई बार हम खबर पढ़ते हैं कि अमुक शहर किसी...
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October 23, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
हमारा पर्यावरण और प्रदूषण (Hamara Paryavaran aur Pradushan) पर्यावरण शब्द ‘परि’ और ‘आवरण’ से मिलकर बना है। परि अर्थात् “चारों ओर से” और आवरण अर्थात् ” घेरे हुए”। जिसे हम कह सकते हैं कि पर्यावरण का अर्थ एक ऐसे वातावरण से है जो हमें चारों ओर से घेरे हुए है। प्रकृति द्वारा हमारे लिए एक स्वस्थ और सुखद आवरण का निर्माण किया गया था परंतु मनुष्य जाति ने अपने ‘भौतिक सुखों...
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October 23, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
बढ़ते अपराध (Badhte Apradh) आज प्रिंट मीडिया हो या सोशल मीडिया जिसे भी देखें चीख-चीख कर एक ही बात की पुष्टि करता है कि आज भारत में किस प्रकार अपराधों की संख्या बढ़ती जा रही है। पिछले कई वर्षों से महानगरों और यहाँ तक कि मंझोले शहरों में भी हर रोज दिन-दिहाड़े अपहरण, बलात्कार, हत्या, डकैती, दहेज के लिए बहू जलाना और जालसाजी की घटनाएँ बढ़ती जा रही हैं। आज लोगों...
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October 23, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
ग्रामीण जीवन (Grameen Jeevan) हमारे कवियों ने भारतीय गाँवों के अत्यंत ही लुभावने चित्र अपनी कविता में खींचे है। किसी ने गाँवों को भारत की आत्मा कहा तो किसी ने उसे देश का हृदय-स्पंदन। भारत प्राचीनकाल से ही कृषि पर निर्भर रहा और देश की 70 प्रतिशत से भी अधिक जनसंख्या गाँव में निवास करती है। अगर भारत की सच्ची तस्वीर देखनी हो, उसका महत्व जानना हो तो उसे गांव के...
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October 23, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत की बढ़ती जनसंख्या (Bharat Ki Badhti Jansankhya) आधुनिक भारत की समस्याओं में जनसंख्या वृद्धि एक समस्या है। चीन के बाद दुनियाँ का सबसे आबादी वाला देश भारत ही है। इस बढती जनसंख्या का कारण गरीबी, निरक्षता, पुराने सांस्कृतिक आदर्श, कम उम्र में शादी और सार्वभौमिक विवाह प्रणाली है। इन सब के अलावा आज एक कारण भी इस समस्या को बढ़ा रही है, वह है – अवैध प्रवासी। इन सभी कारणों...
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October 21, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
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