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Posts tagged "Hindi Paragraph" (Page 67)
जहाँ चाह वहाँ राह Jaha Chaha Wahan Raha निबंध नंबर :-01 कहावत की भाव, चाह से तात्पर्य – ‘जहाँ चाह, वहाँ, राह’ एक कहावत है | इसका तात्पर्य है – जिसके मन में चाहत (इच्छा) होती है, उसके लिए वहाँ रास्ते अपने-आप बन जाया करते हैं | ‘चाह’ का अर्थ है – कुछ करने या पाने की तीव्र इच्छा | सफलता के लिए कर्म के प्रति रूचि और समर्पण...
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June 28, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages22 Comments
समाचार-पत्र Samachar Patra निबंध नंबर:- 01 समाचार-पत्र की आवश्यकता मनुष्य स्वभाव से जिज्ञासु है | वह जिस समाज में रहता है, उसकी पूरी जानकारी चाहता है | इस बहाने वह शेष दुनिया से जुड़ता है | इसी प्रवृति के कारण ही समाचार-पत्र का उदय हुआ | इतिहास भारत में पहला समाचार-पत्र ‘इंडिया गजट’ नाम से प्रकाशित हुआ | हिंदी का सवर्प्रथम समाचार-पत्र ‘उदंत मार्तड’ कोलकाता से प्रकाशित हुआ |...
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June 27, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages3 Comments
प्रदूषण : एक समस्या निबंध नंबर – 01 पर्यावरण का अर्थ – पर्यावरण का अर्थ है – हमारे चारों और का वातावरण | दुर्भाग्य से हमारा यही पर्यावरण आज दूषित हो गया है | प्रदूषण मुख्यत : तीन प्रकार का होता है – वायु-प्रदूषण, जल-प्रदूषण तथा ध्वनि-प्रदूषण | प्रदूषण के कारण – प्रदूषण का जन्म अंधाधुंध वैज्ञानिक प्रगति के कारण हुआ है | जब से मनुष्य ने प्रकृति के...
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June 21, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
छात्र और शिक्षक विचार–बिंदु-. घर–प्रारंभिक पाठशाला, माता–पिता प्रथम शिक्षक • विद्यालय में शिक्षक ही माता–पिता • शिक्षक का दायित्व : पढ़ाना, दिशा–निर्देशन, सत्कार्यों की प्रेरणा • छात्र का दायित्व, परस्पर संबंध • दोनों परस्पर अपने–अपने दायित्वों को समझें। घर–प्रारंभिक पाठशाला, माता–पिता प्रथम शिक्षक–पूरा जीवन एक विद्यालय है। हर व्यक्ति विद्यार्थी भी है और शिक्षक भी। कोई भी मनुष्य किसी से कुछ सीख सकता है। बच्चे के...
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June 21, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages5 Comments
छात्र–अनुशासन Chatra Anushasan विचार–बिंदु-• अनुशासन का अर्थ और महत्त्व • अनुशासन की प्रथम पाठशाला परिवार • व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन के लिए अनुशासन आवश्यक • अनुशासन–एक महत्त्वपूर्ण जीवन–मूल्य। अनुशासन का अर्थ और महत्त्व–अनुशासन का अर्थ है-नियम के अनुसार चलना, नियंत्रण या व्यवस्था। विद्यार्थी और अनुशासन का परस्पर गहरा संबंध है। अनुशासन के बिना विद्या ग्रहण करने का कार्य नहीं किया जा सकता। अनुशासन की प्रथम पाठशाला परिवार–अनुशासन की पहली पाठशाला है-परिवार...
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June 17, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages4 Comments
लाल बहादुर शास्त्री Lal Bahadur Shastri Essay No. 01 लाल बहादुर शास्त्री भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री थे। इनका जन्म उत्तर प्रदेश के मुगलसराय नामक स्थान में 2 अक्तूबर, सन् 1904 को हुआ था। इनके पिता शारदा प्रसाद एक शिक्षक थे। इनकी माता का नाम रामदुलारी देवी था। इनका जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था। स्वतंत्रता आंदोलन के क्रम में स्कूल में पढ़ते हुए ये जेल भी गए। जेल से आने...
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April 1, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
बाल श्रम Bal Shram निबंध नंबर :-01 बाल श्रम से तात्पर्य ऐसे कार्यों से है। जो अवयस्क बच्चों से लिया जाता है। बाल श्रम भारत जैसे विकासषील देष के लिए एक राष्ट्रीय समस्या है। बाल श्रम के अंतर्गत वैसे सारे कार्य आते हैं जो बच्चों से स्वेच्छा अथवा जबरन कराए जाते हैं। आज विश्व के अनेक राष्ट्रों ने बाल श्रम व उत्पीड़न से निबटने के लिए अनेक कानून बनाए हैं।...
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April 1, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
ग्लोबल वार्मिंग के खतरे निबंध नंबर :01 ग्लोबल वार्मिंग अर्थात् विश्वव्यापी तापक्रम वृद्धि से तात्पर्य विश्व के औसत तापक्रम में आई वृद्धि से है। आज पूरे विश्व के लिए यह चिंता का विषय बन चुका है। ग्लोबल वार्मिंग के अंतर्गत अनावश्यक तापक्रम वृद्धि से उत्पन्न विश्वव्यापी खतरों को चिन्हित किया जाता है। विश्व के अधिकांश देशों ने ग्लोबल वार्मिंग के खतरे को भाँप लिया है। ग्लोबल वार्मिंग ने अपनी प्रचंडता का...
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April 1, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
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