Home »
Posts tagged "Hindi Paragraph" (Page 35)
भारतीय समाज में विकलांगों की दशा Bharatiya Samaj mein Viklango ki Dasha यह विभाजन गलत है कि अमुख व्यक्ति बाधित है या सामान्य है। कम से कम इस आधार को मानकर बहुत से लोगों को अधिकारों से वंचित कर देना गलत है। इससे इस प्रकार भी कहा जा सकता है कि कुछ बाधित प्रत्यक्षतः बाधित है और उसे लोग सामान्य दिखाई देते हैं, पर वे सामान्य भी अकसर कहीं न कहीं...
Continue reading »
May 9, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
पंचायतीराज विधेयक-1989 Panchayati Raj Vidheyak 1989 पंचायतों को न्यायपालिका की छोटी से छोटी इकाई भी कहा जा सकता है। इसमें अपने कार्य-क्षेत्र के अनुसार ग्राम क्षेत्र के चुने हुए लोग पंच के रूप में रहा करते हैं। पंच का अर्थ होता है-पांच लोगों का संघ। अब, पंचों से बनी न्यायपालिका को पंचायत कहा जाता है। उनके द्वारा चलाई गई व्यवस्था और प्रणाली को ‘पंचायतीराज’ कहा जाता है। पंचायती राज की...
Continue reading »
May 9, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
आर्यभट्ट – भारत का प्रथम उपग्रह Aryabhata – Bharat ka Pratham Upgrah आधुनिक युग विज्ञान का पर्याय बन चुका है। मनुष्य अपने वैज्ञानिक साधनों की सहायता से प्रकृति पर विजय प्राप्त करता हुआ निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर हो रहा है। आदिम युग का मनुष्य प्रकृति और परिस्थिति का दास था। उसका जीवन प्रकृति के संकेत पर कठपुतली की तरह नाचता था। वह प्रकृति के सामने असहाय और विपन्न...
Continue reading »
May 9, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारत-निर्माण में बैंकों का योगदान Bharat Nirman mein Banko ka Yogdaan ‘बैंकिंग’ शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम इटली में तब हुआ, जब वहां ‘बैंक ऑफ वेनिस’ की स्थापना की गई। इतिहास बताता है कि वेनिस का राज्य अपने पड़ोसी राज्य के साथ युद्ध में संलग्न रहने के कारण एक बड़े आर्थिक संकट में पड़ गया था। जब परिषद के सामने और कोई रास्ता न बचा, तब अपने प्रत्येक नागरिक से उसकी संपत्ति...
Continue reading »
May 9, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
समय का सदुपयोग Samay ka Sadupyog जीवन में समय से अधिक मूल्यवान और कुछ नहीं है। उसके एक-एक पल का सदुपयोग करना हमारा कर्तव्य है। कबीरदास ने इसीलिए कहा है- काल करै सौ आज कर, आज करै सो अब्ब। पलं में परलय होयगी, बहुरि करोगे कब्ब ॥ मानव-जीवन अपार इच्छाओं का घर है। जीवन समाप्त हो जाता है, लेकिन इच्छाएं समाप्त नहीं होतीं। इच्छाओं की पूर्ति की कामना में ही हम...
Continue reading »
May 8, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
Information Technology and Internet सूचना प्रौद्योगिकी और इंटरनेट आज के इस वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकीय विकास की दौर में विकसित सूचना प्रौद्योगिकी विकसित राष्ट्रों की पहचान तो है ही, विकासशील देशों के लिए भी अपेक्षित विकास के लिए एक शुभ अवसर लेकर आती है। सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में इंटरनेट सबसे महत्त्वपूर्ण है क्योंकि इंटरनेट दूर-संचार और उपग्रह प्रौद्योगिकी की मदद से लाखों कम्प्यूटरों का एक ऐसा सूचना-तंत्र है, जिसमें पूरा...
Continue reading »
May 8, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
एडुसैट – शैक्षणिक उपग्रह Edusat Educational Satellite एडुसैट भारत का स्वदेश निर्मित शैक्षणिक उपग्रह है। इसका मुख्य उद्देश्य स्कूलों, कॉलेजों तथा शिक्षा के उच्च स्तर के बीच संबंध स्थापित करना है और गैर-परंपरागत शिक्षा, जिसमें विकासात्मक दूर-संचार भी शामिल है, को प्रोत्साहन देना है। विश्व के इस प्रथम शैक्षणिक उपग्रह एडुसैट का निर्माण इसरो के बंगलौर स्थित केंद्र में किया गया है। इसका कार्यकाल 7 वर्ष बताया गया है। इसके कार्यशील...
Continue reading »
May 8, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
वृक्षारोपण Vriksharopan वृक्ष मानव-मित्र हैं। वे मानव को दैहिक, दैविक और भौतिक तीनों तापों से मुक्ति दिलाने में सहायक हैं। हमारे प्राचीन धर्म ग्रंथ और आज का विज्ञान दोनों वृक्षों की महिमा का भरपूर गुणगान करते हैं। हमारे धर्मग्रंथ तो वृक्षों को देवतुल्य समझते हैं। गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं- “मैं पीपल हूं।” यह भी ज्ञातव्य है कि पीपल वृक्ष के नीचे ही भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था।...
Continue reading »
May 8, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
Page 35 of 63« Prev
1
…
32
33
34
35
36
37
38
…
63
Next »