Home »
Posts tagged "Hindi Paragraph" (Page 22)
शक्ति ही शांति का स्रोत है Shakti hi Shanti ka Strot hai शक्ति ही शांति का स्रोत है-इस तथ्य की पुष्टि जीवन के किसी भी क्षेत्र से की जा सकती है। इस संसार में जीने का अधिकार केवल उसे प्राप्त रहा है जिसमें भरपूर शक्ति है। इस संसार में कौन सुख-शांति का उपभोग करे, इसका अंतिम निर्णय शक्ति द्वारा ही होता है। संस्कृत की एक उक्ति है-‘वीर भोग्या वसुंधरा’ अर्थात वीर...
Continue reading »
November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
चरित्रबल Charitrabal चरित्रबल मनुष्य का सर्वोत्तम गुण है। चरित्र ऐसा हीरा है जो अन्य सभी पाषाण खंडों को काट देता है। मनुष्य अपने चरित्र की शक्ति से अनेकानेक आपत्तियों, विपत्तियों, कठिनाइयों और बाधाओं का सामना कर सकता है। चरित्र एक शक्ति है, प्रभाव है वह मित्र उत्पन्न करता है, सहायता और संरक्षण प्रदान करता है, धन, यश तथा सुख का निश्चित मार्ग खोलता है। चरित्र किसी व्यक्ति, समाज अथवा राष्ट्र की...
Continue reading »
November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
अहिंसा परमो धर्म Ahinsa Parmo Dharma दूसरों के लिए प्राणार्पण करना प्रेम की पराकाष्ठा है और उसका शास्त्रीय नाम अहिंसा है। अहिंसा की शक्ति में विश्वास रखने वाला व्यक्ति कभी किसी को हानि नहीं पहुंचाता। हिंसा के मुकाबले में लाचारी का भाव आना अहिंसा नहीं कायरता है। अहिंसा को कायरता के साथ नहीं मिलाना चाहिए। जब कोई व्यक्ति अहिंसा की कसौटी पर खरा उतरता है तो अन्य व्यक्ति स्वयं ही उसके...
Continue reading »
November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
साहस Sahas मनुष्य के सभी गुणों में साहस सर्वोत्तम है क्योंकि यह सभी गुणों की जननी है। मानव-इतिहास में जो कुछ पठनीय है, वह मनुष्य के साहस और वीरता की कहानी है। संकट में साहस से काम लेना आधी सफलता प्राप्त कर लेना है। जो मनुष्य कभी साहस नहीं छोड़ता, वह कभी पराजित नहीं होता। मिल्टन का कथन है-‘युद्ध में पराजित हो गए तो क्या चिंता है, सब कुछ तो पराजित...
Continue reading »
November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
संयम का महत्त्व Sayam ka Mahatva संयम मानव-चरित्र का बहुत बड़ा गुण है। उत्तेजित स्थिति में भी बिना क्रुद्ध हुए अपना कार्य संतुलित दृष्टिकोण के साथ करते जाना मनुष्य की महानता का परिचायक है। जो मनुष्य स्वयं को संयमित नहीं रख सकता, जिसका स्वभाव उसकी इच्छा के विरुद्ध परिवर्तित होता रहता है, वह एक निर्बल व्यक्ति है और परीक्षा की घड़ी में भी वह निर्बल सिद्ध होगा। जो मनुष्य स्वयं को...
Continue reading »
November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
आत्मविश्वास Self Confidence आत्मविश्वास जीवन की प्रेरक शक्ति है। आत्मविश्वास का संबल प्राप्त कर ही मनुष्य अपनी मंजिल तक पहुंच सकता है। संसार में जितनी भी महान विभूतियाँ हुई हैं उन्होंने आत्मविश्वास की शक्ति से ही अपने लक्ष्य को प्राप्त किया है। आत्मविश्वासी व्यक्ति को जीवन में कभी निराशा का मुंह नहीं देखना पडता। जीवन में सुख-समृद्धि तथा समाज में मान-प्रतिष्ठा प्राप्त करने के लिए मनुष्य को आत्म-विश्वासी बनना चाहिए। आत्मविश्वास...
Continue reading »
November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
समय अमूल्य धन है Samay Amulya Dhan Hai समय प्रकृति की अमूल्य भेंट है। जो समय को नष्ट करता है, समय उसको नष्ट कर देता है। समय-रूपी अमूल्य धन का सदुपयोग न करने पर मनुष्य को पछताना पडता है। समय को नष्ट करना मानव जीवन का अपमान करना है। मनुष्य को अपने जीवन से यदि प्रेम है तो समय को व्यर्थ नष्ट नहीं करना चाहिए क्योंकि जीवन इसी से बना है।...
Continue reading »
November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
मेट्रो रेल के लाभ Metro Rail ke Labh आज यातायात के अनेक साधन हैं-स्कूटर, कार, रेल, बस, हवाई जहाज आदि। मनुष्य अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार इनका प्रयोग करता है परंतु महानगरों में भारी भीड़ वाहनों की आपाधापी के बीच परिवहन के ऐसे साधन की इंतजार हो रहा है जो उच्च सुविधाआ से युक्त तीव्र गति से चलने वाला हो। यह साधन मैटो रेल है। मैटो रेल शहर के भीड़-भाड...
Continue reading »
November 16, 2022 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
Page 22 of 63« Prev
1
…
19
20
21
22
23
24
25
…
63
Next »