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Posts tagged "Hindi Essay" (Page 9)
सर्कस का भ्रमण Circus ka Bhraman गत महीने हमारे शहर में अपोलो सर्कस आया। सर्कस के मालिक ने परेड ग्राउण्ड में जमीन किराये पर ली थी। वहाँ उसने एक वृत्ताकार विशाल तम्बू लगाया था। मेरा एक मित्र मुझे एक रात सर्कस ले गया। उसने दो द्वितीय श्रेणी के टिकट लिये और हम अन्दर गये। सर्कस का तम्बू भव्य रूप से बिजली की रोशनी से प्रदीप्त था। बाहर एक बैण्ड आने वालों...
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May 13, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
बस की यात्रा Bus ki Yatra बस द्वारा यात्रा नीरस और उबाऊ होती है। हम जैसे ही एक स्थान ग्रहण करते हैं, तब से अपनी मंजिल तक हमें एक ही स्थान पर बैठे रहना पड़ता है। हम बस में स्वतन्त्रतापूर्वक घूम नहीं सकते हैं। अपने सहयात्रियों के साथ हम अपने विचारों का आदान-प्रदान नहीं कर सकते हैं। इसके बदले हम अपनी आँख बन्द ही रखना पसन्द करते हैं। ग्रीष्म ऋतु में...
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May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मेरे जीवन का एक यादगार दिन Mere Jeevan ka ek Yadgaar Din 4 अप्रैल, 1999 को सुबह में जल्दी जाग नहीं सका और अपने आपको उपेक्षित-सा पाया। बिस्तर से उठने के बाद भी किसी ने मुझे प्रभात या नमस्ते नहीं बोला। सरकारी महाविद्यालय के उस होस्टल में, जिसमें दो सौ विद्यार्थियों के रहने की व्यवस्था है, किसी ने भी गलियारे से गुजरते समय मेरे बारे में न सोचा। जबकि यह मेरी...
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May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सफलता जितना सफल कोई नहीं होता Safalta jitna safal koi nahi hota जीवन की तरह इतिहास में भी सफलता की ही गिनती होती है। यदि आप एक राजनीतिक क्रांति शुरू करें तो पकड़े जाने पर आपको एक देशद्रोही कह कर फांसी दे दी जायेगी। किन्तु यदि आप विद्रोही नेता की हैसियत से कोई बात मनवाने में सफल होते हैं तो भविष्य की सभी पीढ़ियाँ आपकी पूजा राष्ट्र पिता के रूप में...
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May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
क्या मनुष्य का कोई भविष्य है? Kya Manushya ka koi bhavishya hai? क्या मनुष्य का कोई भविष्य है ? यह एक विवादास्पद विषय है। इस प्रश्न का उत्तर मनुष्य के स्वभाव पर निर्भर करता है कि वह आशावादी है या निराशावादी। जो आशावादी हैं वे सकारात्मक उत्तर देंगे और जो निराशावादी हैं वे नकारात्मक उत्तर देंगे। कुछ लोग सोचते हैं कि आने वाले दिनों में लोगों का भविष्य उज्ज्वल होगा और...
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May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
एक विश्वविद्यालय के बारे में आपकी धारणा Ek Vishvavidhyala ke bare me aapki dharna स्वतन्त्रोत्तर भारत में विश्वविद्यालयों की संख्या में बहुत तेजी से वृद्धि हुई है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने उन्हें उदार अनुदानों की मंजूरी दी है। अति विशाल इमारतें विभिन्न शहरों और महानगरों में बनी हैं और इन्हें विद्या का केन्द्र समझा जाता है।. वास्तव में यह राजनीतिक षड्यंत्र का अखाड़ा सिद्ध हो रहा है जब कि उनसे ज्ञान...
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May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
भारतीयों को अंग्रेजी क्यों पढ़नी चाहिए? Bhartiyo ko Angreji kyo padhni chahiye? जब भारत स्वतंत्र हुआ तो बहुत से लोगों ने माँग की थी कि अंग्रेजी को भी इस देश से निकाल दिया जाए। यह हमारे शासकों की भाषा थी इसलिए हमारी दासता की पीड़ा जनक याद दिलाती है। परन्तु समय के साथ-साथ हमारी असहनशीलता कम हो गई है। अनुभव ने हमें सिखाया है कि अंग्रेजी उतनी ही हमारी भाषा है...
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May 9, 2024 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
नेता के आवश्यक गुण Neta ke Avashyak Gun ऐसा प्रतीत होता है कि भारत में नेता वृक्षों पर उगते हैं। जिस व्यक्ति को थोड़ा बोलना आ जाता है वही लोगों का अगुआ बन बैठता है। हमारी जनता इतनी भोली-भाली है कि वे किसी के भी पीछे लग जाती है। भेड़ों को भी अपने गड़ेरिये का पता होता है, परन्तु हमारी जनता को नहीं। नेता प्रतिदिन अपना दल बदलता रहता है। रात...
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