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Posts tagged "Hindi Essay" (Page 252)
गणतंत्र दिवस गणतंत्र दिवस का अर्थ – हम 26 जनवरी का दिन समूचे भारत के लिए राष्र्टीय उल्लास का संविधान बनकर लागु हुआ | भारत ने अपने देश में ‘राजतंत्र’ की बजाय ‘गणतंत्र’ लागु किया | इसलिए 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस कहा जाता है | राष्ट्रीय उल्लास का दिन – 26 जनवरी का दिल समूचे भारत के लिए राष्ट्रीय उल्लास का दिन माना जाता है | इस दिन...
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June 17, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
राष्ट्रीय एकता Best 4 Essay ” Rashtriya Ekta” निबंध नंबर : 01 एकता में बल है – हिंदी के कहानीकार सुदर्शन लिखते है – “ओस की बूंद से चिड़िया भी नहीं भीगती किंतु मेंह से हाथी भी भीग जाता है | मेंह बहुत कुछ कर सकता है |” शक्ति के लिए एकता आवश्यक है | विखराव या अलगाव शक्ति को कर करते है तथा ‘एकता’ उसे मज़बूत करती है |...
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June 17, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages12 Comments
सैनिक की आत्मकथा परिचय – मैं भारतीय थल सेना का जवान हूँ |नाम है – बलवान सिंह | मैं दिल्ली के गाँव में जन्मा तथा मधुबन (करनाल) के सैनिक स्कूल में पढ़ा | मेरी माँ बतलाती है के जिस दिन मेरा जानल हुआ, उसी दिन मेरे पिता भारत-पाक युद्ध से सफल होकर लोटे थे | मेरे सैनिल पिता को बड़ा था कि मैं सैनिक बनूँ | प्रशिक्षण – जब...
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June 16, 2016 evirtualguru_ajaygourLanguagesNo Comment
मेरा प्यारा भारत देश भारत : हम सबका प्रिय – सभी प्राणी अपनी जन्मभूमि को जन से भी पियारा मानते हैं तथा उसी की सबसे सुंदर मानते हैं | हम भारतवासियों के लिए भी हमारा भारत सबसे प्रिय है | प्राकृतिक सौंदर्य – प्राकृति ने भारत की देह का निर्माण एक सुंदर देवी के रूप में क्या है | हिमाचल की बर्फ से ढकी पहाड़ियाँ उसका सुंदर मुकुट है |...
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June 16, 2016 evirtualguru_ajaygourLanguages9 Comments
देश-प्रेम निबंध नंबर :- 01 देश-प्रेम का अर्थ – देश-प्रेम का अर्थ है-देश से लगाव | मनुष्य जिस देश में जनम लेता है, जिसमें निवास करता है, जिसका अन्न खाकर बड़ा होता है, उसके प्रति लगाव होना स्वाभाविक है | देश-प्रेम में त्याग – सच्चा देश-प्रेमी के लिए अपना तन-मन अर्पित कर देना चाहता है | अमेरिका के देशभक्त राष्टरपति अब्राहिम लिंकिन ने देशवासियों को यही संदेश दिया था...
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June 16, 2016 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages25 Comments
यदि मैं प्रधानमंत्री होता ! मेरी कल्पना – अगर मैं प्रधानमंत्री होता ! यदि यह कल्पना सच होती तो मैं देख का नक्शा बदल कर रख देता | मैं भारतवर्ष को मजबूत राष्ट्र बनाने के लिए जी-जान लगा देता | मैं अपनी सेनाओं को इतना मजबूत बना कि कोई भी देख हमारी सीमाओं में घुसपैठ करने का विचार ही न करता | न ही अंतरराष्ट्रीय मत की इतनी अधिक परवाह करता...
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June 16, 2016 evirtualguru_ajaygourLanguages3 Comments
निबंध नंबर : 01 भारत-पाक संबंध Bharat-Pak Sambandh भारत-पाक के जटिल संबंध – भर और पाकिस्तान की तुलना एक उदार पिता और उसके बिगडैल बेटे से की जा सकती है | अखंड भारत के भड़के हुए कट्टर मुसलमानों ने अलग देख की मांग की | अंग्रेजो ने पाकिस्तान नाम से एक अलग देख बनाकर दोनों को लड़ने-भिड़ने के लिए छोड़ दिया | आज तक ये दोनों देश नोचानोची करने में...
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June 16, 2016 evirtualguru_ajaygourLanguagesNo Comment
काश ! मैं सेनिक होता तन समर्पित, मन समर्पित और यह जीवन समर्पित चाहता हूँ देश की धरती ! तुझे कुछ और भी दूँ !! — बचपन से ही ये पंक्तियाँ मेरी रग-रग में समा गई हैं | सनिक होना-मेरा सपना – देशभकित के इन संस्कारों के कारण मैं जब भी अपने भविष्य का स्वयप्न बुनता हूँ तो एक भारतीय सैनिक या फोज़ी अफ़सर मेरी आँखों को सामने खड़ा हो जाता...
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June 16, 2016 evirtualguru_ajaygourLanguages5 Comments