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Posts tagged "Hindi Essay" (Page 172)
प्राकृतिक आपदा सुनामी Prakritik Aapda Tsunami ‘सुनामी’ पिछले कुछ वर्षों में काफी चर्चा में रहा। लेकिन यह दीगर बात है कि अब भी लोग ‘सुनामी’ का सही मतलब नहीं समझ पा रहे हैं। लेकिन प्रत्यक्षतः यह अनुभव करते हैं कि समुद्र में जोरदार तूफान आया जिसमंे लाखांे लोग जान से हाथ धो बैठे। ‘सूनामी’ एक जापानी शब्द है जो सु$नामी (दो शब्दों के योग से बना है।) जिसका अलग-अलग अर्थ है...
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August 13, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सूखा: कारण एवं प्रबन्धन Sukha : Karan evm Prabandhan सूखा मानव द्वारा प्रकृति के मूल स्वरूप को परिवर्तित करने का परिणाम है। वनोन्मूलन, भू-जल का अति दोहन, जल संभरण को महत्त्व न देना, बड़े-बड़े जलाशयांे को पाटकर खेती के काम में लाना इत्यादि कारणों से जल स्त्रोतों की गुणवत्ता में ह्रास हुआ। फलस्वरूप अनेक स्थानों पर सूक्ष्म परिवर्तन से मानसून की स्वाभाविक क्रियाशीलता प्रभावित हूई। सूखे के लिए निम्नलिखित कारण...
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August 13, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
आसियान: ‘पूर्व की ओर देखोे’ Asean : Purv ki Aur Dekho ’पूर्व की ओर देखोे’ नीति का सम्बन्ध ’आसियान’ ये है। आसियान के कुल 24 सदस्य हैं। स्थायी सदस्य हैं-सिंगापुर, मलेशिया, इंडोनेशिया, थाईलैंड, ब्रुनेई, म्यांमार, कम्बोडिया, वियतनाम, फिलीपींस और लाओस। अस्थायी सदस्य हैं- अमेरिका, चीन, जापान, भारत, कोरिया तथा यूरोपीय यूनियन के देश। पाकिस्तान को भी आसियान का अस्थायी सदस्य इस शर्त पर बनाया गया है कि वह इसके...
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August 13, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
पंचायती राज व्यवस्था Panchayati Raj Vyavastha पंचायती राज यानी ’पंच परमेश्वर’ का एक उत्कृष्ट विचार भारत को विरासत में मिला है। चूंकि भारत गांवों का देश है, इसलिए गांवों का समग्र विकास ही यहां लोकतंत्र की सफलता की कसौटी है। इस संदर्भ में जे.एस. मिल का कथन उपयुक्त है-’’सामाजिक राज्य की सभी आवश्यकताओं को पूरी तरह से पूर्ण करने वाला शासन वहां से हो सकता है जिसमें सम्पूर्ण जनता...
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August 13, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
धर्म-निरपेक्षताः मजहब नहीं सिखाता आपस में वैर रखना Dharmnirpekshta : Majhab nahi sikhata aapas me bair rakhna ’धर्म-निरपेक्षता’ शब्द सर्वप्रथम प्रचलन में यूरोपीय देशों में आया। यूरोप में एक समय ऐसा भी था जब धर्म गुरूओं के दमन-च्रक में साधारण जनता पिस रही थी। फलतः उन देशों में क्रांति के द्वारा धार्मिक तानाशाही को खत्म किया गया। लोगों ने तदनन्तर जीवन के प्रति तर्कसंगत और वैज्ञानिक दृष्टिकोण स्वीकार किया।...
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August 13, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
दूरसंवेदन तकनीकी Doorsamvedan Technique दूरसंवेदन तकनीकी का अर्थ उपग्रह आधारित दूरसंवेदन तकनीकी से है, जिसका उपयोग मौसम, वातावरण, कृषि तथा भूमि संबंधी आंकड़़ों के एकत्रीकरण एवं समायोजन हेतु किया जा रहा है। आर्द्र भूमि मानचित्रीकरण, सूखा एवं बाढ़ पर्यवेक्षण, पर्यावरण परिवर्तन तथा उसके प्रभाव इत्यादि कार्यों को समन्वित रूप से करने में दूरसंवेदन तकनीक काफी लाभप्रद सिद्ध हुई है। दूरसंवेदन की जो तकनीकी वर्तमान समय में हमें देखने...
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August 2, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
नक्षत्र युद्ध -स्टार वार्स Nakshtra Yudh – Star Wars दुनिया के लोगों ने दो महायुद्धों तथा विश्वयुद्धों का संहारक स्वरूप भली-भांति देख लिया। अब अगर दुनिया के लोग तीसरे विश्व युद्ध की कल्पना भी करते हैं तो लोमहर्षण होता है। तृतीय विश्व युद्ध का मतलब वर्तमान सभ्यता का विध्वंस भी हो सकता है, इसके सिवा और कुछ नहीं। यह संहारक युद्ध परमाणु शक्ति द्वारा ही संभव है। दुनिया जापान...
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August 2, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
ई-मेल के लाभ E-mail ke Labh ’ई-मेल’, इलेक्ट्रॉनिक मेल का संक्षिप्तिकरण है। इलेक्ट्रॉनिक संचार साधनों के द्वारा पत्र-व्यवहार को इलेक्ट्राॅनिक मेल कहते हैं। इन्टरनेट के चलन से आजकल अपने संदेशों के आदान-प्रदान के लिए ई-मेल का व्यवहार व्यापक स्तर पर हो रहा है। इस प्रकार के इलेक्ट्राॅनिक पत्र-व्यवहार से समय एवं धन दोनों की बचत होती है। ई-मेल द्रुतगति का पत्र-व्यवहार है। इसमें सेकण्ड के कुछ हिस्से में ही...
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August 2, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment