Home »
Posts tagged "Hindi Essay" (Page 167)
श्रीमति इन्द्रिरा गांधी Shrimati Indira Gandhi स्वतन्त्र भारत की प्रथम महिला प्रधान-मन्त्री इन्द्रिरा गांधी को कौन नहीं जनता है। एक विदेशी लेखक किंग्सले ने ठीक ही व्यक्त किया है-’’ अप्रतिम सौन्दर्य और शील के साथ जब बौद्धिक चेतबा का भी संयोग हो जाता है, तब उसका नाम हो जाता है-इन्द्रिरा गांधी।’’ इन्द्रिरा गांधी का जन्म इलाहाबाद (उ0 प्र0) के आनन्द भवन में सन् 1917 ई0 की 19 नवम्बर को हुआ था।...
Continue reading »
September 26, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
स्वामी विवेकानन्द Swami Vivekanand 11 सितम्बर 1893 ई0, दिन सोमवार को अमेरिका के शिकागो शहर में आयोजित विश्व-धर्म सम्मेलन भारत के लिए चिरस्मरणीय है; क्योंकि इस महासम्मेलन में मात्र 29 वर्षीय गौर वर्ण, उन्नत ललाट और दिव्य मुखमण्डल वाले एक भारतीय संन्यासी ने ऐसी धूम मचायी कि उसके सामने अन्य सभी प्रतिनिधि धूमिल पड़ गये। इनके सम्बोधन- ’भाइयों एवं बहनों।’ से विश्व बन्धुत्व की अनुभूति पहली बार साकार हो उठी। सारी...
Continue reading »
September 24, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी Rashtrapita Mahatma Gandhi निबंध नंबर : 01 महात्मा गांधी के नेतृत्व वाला समय गांधी युग कहलाता है। गांधी भारतवासियों को कितने प्रिय लगते थे, इसके लिए प्रमाण की नही, इन पंक्तियों के मर्म को समझने की आवश्यकता है- चल पड़े जिधर दो पग मग में, चल पडे़ कोटि पग उसी ओर, पड़ गयी जिधर भी एक दृष्टि, पड़ गये कोटि दृग उसी ओर। (दिनकर) दूसरी बात यह...
Continue reading »
September 24, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
स्वतंत्रता के बाद क्या खोया-क्या पाया Swatantrata ke baad kya khoya kya paya 15 अगस्त 1947 को हमार देष भारत स्वतंत्र हुआ। इसने दासता के बंधन को छिन्न-भिन्न कर फेक दिया। ब्रिटिष साम्राज्य की सत्ता को हमने पैरों से कुचल दिया। अपने शहीदों, बलिदानियों, राष्ट्रभक्त नेताओं और महापुरूषों पर हमें गर्व है जिसके कारण हमें आजादी मिली। 1947 से आज तक इस महायात्रा के बीच हमें क्या मिला और हमने...
Continue reading »
September 19, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
सूचना का अधिकार विधेयक Suchna ka Adhikar Vidheyak देष के प्रशासन में पारदर्शिता लाने के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम में किए गए वायदे को पूरा करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाते हुए यूपीए सरकार ने सूचना अधिकार विधेयक-2005 को संसद के दोनों सदनों से पास करा लिया। लोकसभा ने 11 मई को और राज्य सभा ने 12 मई 2005 को इस...
Continue reading »
September 19, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सुरक्षा परिषद में भारत की दावेदारी Suraksha Parishad me Bharat ki Davedari संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद विश्व शांति एवं सुरक्षा से संबंधित संयुक्त राष्ट्र के दायित्वों को पूरा करने वाली संस्था है। इस संस्था को संयुक्त राष्ट्र की कार्यकारिणी या संयुक्त राष्ट्र संघ की कुंजी भी कहा जा सकता है। इसके (सं.रा.संघ) चार्टर की मूल व्यवस्था में 5 स्थायी तथा 10 अस्थायी सदस्य थे लेकिन 17 दिसम्बर 1965...
Continue reading »
September 19, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
देश-भक्ति Desh Bhakti ‘जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी‘ अर्थात माता और मातृभूमि हमारे लिए स्वर्ग से भी बढ़कर है। जन्मभूमि के लिए मनुष्य के ह्नदय में इतना अधिक मोह होता है कि वह उसके हितार्थ सहज भाव से सप्तकोटि स्वर्गों का प्रलोभन त्याग देता है। जिस देश में हम जन्म लेते हैं, जिसकी गोद में हमारा पालन-पोषण होता है, जिसके अन्न-जल-वायु आदि से हमारे शरीर का संवर्धन-संरक्षण होता है तथा मरणोपरांत हम...
Continue reading »
September 19, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
राष्ट्रीयकरण Rashtriyakaran काल की परिस्थितियों के साथ मानवीय विचारों में भी परिवर्तन होता रहता है। एक युग था जब देश की शक्ति छोटे-छोटे राज्यों में विभक्त थी और जो स्वयं अपने आपके पूरक थे उनकी अपनी-अपनी पृथक शासन व्यवस्था थी। लेकिन आज हम स्वतंत्र हैं। भारत पुनः एक अटूट सूत्र में जुट चुका है, उसकी शक्ति अखण्ड है। अतः वैयक्तिक शासन या अधिकार की बात करना उसकी अखण्डता को तोड़ना...
Continue reading »
September 19, 2018 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment