Home » Posts tagged "Hindi Essay" (Page 157)

Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Eid – Bhaichare ka Tyohar ”, “ईद – भाईचारे का त्यौहार” Complete Essay, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
ईद – भाईचारे का त्यौहार Eid – Bhaichare ka Tyohar  Essay No. 01 रमजान का महीना मुस्लिम भाइयों के लिए विशेष महत्व रखता है। माना जाता है कि यह महीना रहमतों व पाक से भरा हुआ होता है। ईद का अर्थ ही है खुशी जाहीर करना। सबसे ज्यादा खुशी तो उनको होती है जो कठिन परीक्षा देते हुए अपने एक महीने का रोजा रखते हैं। ऐसा माना जाता है कि महीने...
Continue reading »

Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Deepavali – Patakho ka Tyohar”, “दीपावली – पटाखों का त्यौहार” Complete Essay, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi Essays
दीपावली – पटाखों का त्यौहार Deepavali – Patakho ka Tyohar त्यौहार खुशियाँ लाते हैं, साल में एक बार आते हैं और अपनी खट्टी मिठ्ठी यादें छोड़ जाते हैं। हिन्दू धर्म में तो त्यौहारों की अपनी मान्यताएँ भी हैं। हर त्यौहार के पीछे एक कथा है। चाहे अमीर हो या गरीब हर कोई सच्चे मन से त्यौहारों का स्वागत करते हैं। मानव जाति की तो मान्यता ही है कि एक त्यौहार हजारों...
Continue reading »

Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Holi – Rango ka Tyohar”, “होली – रंगों का त्यौहार” Complete Essay, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
होली – रंगों का त्यौहार Holi – Rango ka Tyohar निबंध नंबर :- 01 मानव जीवन में त्यौहारों का अपना महत्व है। त्यौहार जीवन की एकरसता को खत्म करने और उत्सव के द्वारा अपने में नयी स्फूर्ति हासिल करने के लिए मनाए जाते हैं। देश में मनाए जाने वाले हर त्यौहार के पीछे उसका अपना इतिहास व मान्यताएँ हैं। हमारे भारतवर्ष का एक और नाम भी है इसे हम त्यौहारों का...
Continue reading »

Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Samaya ka Mahatva ”, “समय का महत्व” Complete Essay, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi-Essay-Hindi-Nibandh-Hindi
समय का महत्व Samaya ka Mahatva  निबंध नंबर :- 01  मानव जीवन में बीता हुआ सब कुछ लौट सकता है पर समय एक ऐसा आजाद पंछी है जो एक बार जिस राह से गुजर जाए, वहाँ दोबारा नहीं लौटता। समय अमूल्य धन है। यही जीवन है। इसका सदुपयोग जीवन का सदुपयोग माना गया है। साथ ही इसका विनाश यानी जीवन का विनाश। समय एक ऐसा है जिसको हमें उसके ही आकार...
Continue reading »

Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Vriksharopan”, “वृक्षारोपण” Complete Essay, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

vriksharopan-essay
वृक्षारोपण प्रस्तावना वृक्षों को लगाना, उनका पालन और पोषण करना हमारी संस्कृति और सभ्यता का अभिन्न हिस्सा रहा है। प्राचीन काल से ही हमारे यहाँ वृक्षों के महत्व को स्वीकारते हुए उन्हें विभिन्न धार्मिक संस्कारों में महत्वपूर्ण स्थान प्रदान किया गया   वृक्षों की महिमा भारत में पीपल को त्रिदेव के रूप में मानते हैं। नीम के पेड़ में शीतला माता तथा अन्य रोग निवारक देवी-देवताओं का वास माना जाता है।...
Continue reading »

Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Paryavaran aur Pradushan”, “पर्यावरण और प्रदूषण” Complete Essay, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi Essays
पर्यावरण और प्रदूषण Paryavaran aur Pradushan   विश्व की जटिलतम समस्याओं में से एक है पर्यावरण और प्रदूषण। मनुष्य अपने स्वार्थपूर्ति के लिए नित्य नए उपक्रमों की स्थापना करता जा रहा है जो उसे संपन्न तो बना ही रही है पर अंदर ही अंदर खोखली भी करती जा रही है। वह समय ज्यादा दूर नहीं जब इस धरती से मानव जाति का विनाश हो जाएगा। प्रदूषण क्या होता है और इसके...
Continue reading »

Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Shiksha me Khel-kud aur Vyavam ”, “शिक्षा में खेल कूद और व्यायाम” Complete Essay, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi Essays
शिक्षा में खेल कूद और व्यायाम Shiksha me Khel-kud aur Vyavam  अगर हमें समृद्ध राष्ट्र बनाना है तो हमें उसके लिए एक स्वस्थ्य नींव तैयार करनी पड़ेगी। साथ ही यह भी सच है कि स्वस्थ्य मानव के लिए केवल मस्तिष्क का विकास ही काफी नहीं है, साथ ही साथ उसे अपने शरीर के विकास की भी आवश्यकता है जोकि केवल खेल कूद और व्यायाम के माध्यम से ही हो सकती है।...
Continue reading »

Hindi Essay/Paragraph/Speech on “Stri Sashaktikaran”, “स्त्री सशक्तीकरण” Complete Essay, Speech for Class 10, Class 12 and Graduation and other classes.

Hindi Essays
स्त्री सशक्तीकरण Stri Sashaktikaran   स्त्री और पुरुष दोनों ही समाज के महत्वपूर्ण सहभागी हैं। किसी एक के अभाव से समाज के अस्तित्व की कल्पना संभव नहीं। हम इसे मोटे तौर पर कह सकते हैं कि स्त्री पुरुष गाड़ी के वो दो पहिए होते हैं जिसमें से किसी एक में भी अगर कोई कमी रह जाए तो गाड़ी नहीं चल सकती है। इसी कारण हमारे देश में पहले से ही नारी...
Continue reading »