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Posts tagged "Hindi Essay" (Page 124)
पुस्तक प्रदर्शनी राजधानी दिल्ली का प्रगति मैदान एक ऐसा स्थान है, जहाँ अक्सर एक-न-एक प्रदर्शनी चलती ही रहती है। इस कारण वहाँ अक्सर भीड़-भाड का बने रहना भी ना स्वाभाविक है। प्रदर्शनी कोई हो या न हो; पर वहाँ अक्सर कई तरह के साँस्कृतिक कार्यक्रम नाटक, फिल्म शो, रंगारंग कार्यक्रम तो होते ही रहते हैं। फिर साथ ही बच्चों के लिए मनोरंजन पार्क अप्पू घर भी है। इसलिए मैं कई बार...
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January 23, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
नारी शिक्षा पुरुष हो या नारी, शिक्षा पाना सभी का समान अधिकार तो है ही सही, सभी के लिए आवश्यक भी है। शिक्षा आदमी के मन-मस्तिष्क के विकास का सभी उचित अवसर प्रदान करती है। शिक्षा आदमी की आँख के समान कही जानी चाहिए। जिस प्रकार सही आँख वाला व्यक्ति हर वस्तु को ठीक प्रकार से देख कर पहचान सकता है, उसी प्रकार शिक्षित स्त्री-पुरुष जीवन समाज की प्रत्येक वस्तु को,...
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January 23, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
मानवता Manavta मानवता की प्राप्ति धन, मकान, आभूषण और विद्या से नहीं होती है। इसकी प्राप्ति तो आत्मा की स्वच्छता, आचरण की शुद्धता और हृदय की उदारता से होती है। काइ भी मनुष्य कुत्सित भावनाओं को रखकर, दूसरे के ऐश्वर्यों को लूटकर और किसी आत्मा को सता कर इस आभूषण से अपनी देह को अलंकृत नही कर सकता है. आज ज्यों-ज्यों हम त्यों-त्यों हम मनुष्यता आपस में वैमनस्य विश्वासकर टुस आभूषण...
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January 23, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
आत्म-सम्मान Atmasamman निबंध संख्या:- 01 प्राचीन युग में सभी भारतीयों में आत्म-सम्मान की भावना कूट-कूट कर भरी थी। पर कुछ काल तक पराधीन अवस्था के कारण वह प्रायः लुप्त-सी हो गई थी। अब हम स्वतंत्र हैं। हमें इस भावना को जगाना है। यही मनुष्यता की सीढ़ी है। इसको न पाकर हम पशु के समान ही रह जाते हैं। आत्म-सम्मान की रक्षा के लिए आत्म-विश्वास को आगे रखना पड़ता है। इसी के...
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January 23, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
समयनिष्ठा Samay Nishtha समय का सदुपयोग का ही नाम समयनिष्ठा है। इसी के पालन द्वारा मानव अपने । जीवन को सफल बना सकता है। इससे उसके जीवन के अमूल्य क्षण नष्ट होने से बच जाते हैं। विद्यार्थियों के लिए यह सफलता की कुंजी है। इसके पुजारी होने से वे नियमित रूप से अध्ययन करते हैं। ठीक समय पर विद्यालय में पहुँचते हैं। उन्हें परीक्षा के अवसर पर अधिक परिश्रम नहीं करना...
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January 23, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
सत्यनिष्ठा Satyanishtha सत्यनिष्ठा सबसे बड़ा तप है। इसका पुण्य प्राप्त करने के लिए मानव को केवल यही प्रयत्न करना पड़ता है कि जिस वस्तु को जिस रूप में पढ़े, देखे या सुने, उसे उसी वास्तविक रूप में प्रकट कर दे। इस छोटे से प्रयत्न का ही नाम सत्यनिष्ठा है। इसके विपरीत सब कार्य असत्य भाषण के अन्तर्गत आ जाते हैं। इनसे आत्म-सम्मान को ठेस पहुँचती है। सत्यवादी का आचरण सदैव शुद्ध...
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January 23, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment
परीक्षा की तैयारी Pariksha ki Tayari अक्सर परीक्षा को एक बहुत कठिन कार्य या कोई भूत-प्रेत समझ लिया जाता है। ऐसा मान लिया जाता है कि उस पर पार पाना हमारे या आम आदमी के बस की बात नहीं है। कइयों को परीक्षा-ज्वर से ग्रस्त हो इधर-उधर नाहक अथवा रोना रोते हुए देखा-सुना जा सकता है कि अपनी तरफ से तो रात-दिन पढ़ने में एक किए रहता हूँ, परिणाम पता नहीं...
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January 23, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), Languages1 Comment
आदर्श विद्यार्थी गुण और ज्ञान Adarsh Vidyarthi Gun aur Gyan गुण और ज्ञान भिन्न होते हुए भी एक दूसरे के लिए नितान्त आवश्यक हैं। गुणवान व्यक्ति यदि शिक्षित नहीं है, तो वह समाज को प्रभावित नहीं कर सकता है और यदि ज्ञानी गुणवान नहीं है, तो समाज में प्रत्येक के आदर का पात्र नहीं हो सकता है। किसी मा कार्य के लिए गण एवं ज्ञान दोनों की परमावश्यकता है। ज्ञानार्जन का...
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January 23, 2020 evirtualguru_ajaygourHindi (Sr. Secondary), LanguagesNo Comment